नई दिल्ली: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में आज से इंटरनेट के नये युग का आरंभ हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 महीने पहले जिस हाईस्पीड इंटरनेट प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था, आज वो उसका उद्घाटन करने वाले हैं.


चेन्नई से अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर के बीच 2X200 गीगाबाइट प्रति सेकेंड की बैंडविड्थ और फिर पोर्ट ब्लेयर से अंडमान-निकोबार के 7 अलग-अलग द्वीपों के बीच 2X100 गीगाबाइट प्रति सेकेंड की बैंडविड्थ.


इस तूफानी रफ़्तार से अब अंडमान-निकोबार के लोगों को इंटरनेट मिलेगा. पिछले कुछ वर्षों के दौरान सामरिक सुरक्षा के लिहाज़ से जिस तरह अंडमान-निकोबार की अहमियत बढ़ी है. समंदर में चीन को रोकने के लिए जिस तरह अंडमान-निकोबार एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है.


इसे देखते हुए आज अंडमान-निकोबार के लिए बड़ी सुविधा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये करने जा रहे हैं. हाई स्पीड ब्रॉडबैंड की शुरुआत से एक दिन पहले पीएम मोदी ने अंडमान के बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की.


इस चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अंडमान-निकोबार द्वीप समूह ने भारत की आज़ादी के आंदोलन को ताक़त दी, आत्मनिर्भर भारत के लिए नये भारत की रक्षा, सुरक्षा और समृद्धि के लिए भी अंडमान-निकोबार की व्यापक भूमिका है.''


बता दें कि इस परियोजना की आधारशिला पीएम मोदी ने 30 दिसंबर 2018 को पोर्ट ब्लेयर में रखी थी. 1224 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 2300 किलोमीटर लंबी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई गई है.


इससे भारत के दूसरे हिस्सों की तरह अंडमान-निकोबार को भी तेज और भरोसेमंद मोबाइल और लैंडलाइन टेलीकॉम सेवा मिल पाएगी. प्रधानमंत्री ने इस अहमियत बताते हुए कहा, ''मुझे विश्वास है कि कोरोना के समय में मिल रही इस सुविधा से अंडमान-निकोबार द्वीप में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, बैंकिंग और दूसरी सेवाओं में ऑनलाइन सुविधा का ज़्यादा-से-ज़्यादा लाभ मिलना संभव हो पाएगा.''



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