नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 से 12 फरवरी के बीच फिलिस्तीन, यूएई और ओमान की यात्रा पर जा रहे हैं . पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और इन देशों के बीच व्यापार, निवेश, सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, ऊर्जा समेत द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया जाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि इन तीन देशों की प्रधानमंत्री की यात्रा को जमीन के साथ नौवहन (शिपिंग) सहयोग, व्यापार, निवेश समेत सरकार के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एजेंडे को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता के तौर पर देखा जाना चाहिए.


10 फरवरी को रामल्ला जाएंगे पीएम मोदी


विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (उत्तर) बी बाला भास्कर ने बताया कि अपनी तीन दिवसीय यात्रा के प्रथम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिलिस्तीन जाएंगे. वे 10 फरवरी को रामल्ला जाएंगे. उनका दिवंगत यासर अराफात म्यूजियम जाने का कार्यक्रम है. इसके बाद प्रधानमंत्री फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास समेत वहां के नेतृत्व के साथ आपसी संबंधों के विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे.


फिलिस्तीन के साथ संतुलित संबंध पर भारत का जोर


भारत, इजरायल के साथ बढ़ते सहयोग के बीच फिलिस्तीन के साथ संबंधों को संतुलित करने पर पूरा जोर दे रहा है. हाल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत की छह दिवसीय यात्रा पर आये थे. इससे पहले पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इजरायल की यात्रा पर गए थे, लेकिन तब वे फिलिस्तीन नहीं गए थे.


फिलिस्तीन के साथ सहयोग के बारे में एक सवाल के जवाब में बाला भास्कर ने कहा कि पिछले तीन सालों में फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत ने अनेक पहल की हैं. इस दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति ने फिलिस्तीन का दौरा किया था और फिर विदेश मंत्री वहां गई थीं. पिछले साल फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास भारत की यात्रा पर आए थे और अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वहां जा रहे हैं.


यूएन में फिलिस्तीन के पक्ष में भारत ने किया था मतदान


विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि भारत ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में मतदान के दौरान फिलिस्तीन के पक्ष में मतदान किया. फिलिस्तीन को हमारा सहयोग तीन स्तरों पर है जिसमें राजनीतिक, राष्ट्र निर्माण के साथ सुरक्षा सहयोग के बारे में है. तत्कालीन राष्ट्रपति की फिलिस्तीन यात्रा के दौरान 3 करोड़ डालर की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने की पहल हुई थी और इसके साथ ही भारत.. फिलिस्तीन आईसीटी पार्क स्थापित करने की बात भी हुई थी .


अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री की फिलिस्तीन की यह यात्रा दोनों देशों के बीच पहले से चले आ रहे मजबूत रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाना है. विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (खाड़ी क्षेत्र) मृदुल कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री 10 से 12 फरवरी तक यूएई और ओमान की यात्रा करेंगे. वे 10 फरवरी को देर शाम को यूएई पहुंचेंगे. मृदुल कुमार ने बताया कि यूएई में प्रधानमंत्री मोदी का छठे वर्ल्ड गवर्नमेंट शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है. वे इस सम्मेलन में ‘‘विकास के लिये प्रौद्योगिकी’’ विषय पर संबोधन देंगे . यह कार्यक्रम दुबई में आयोजित होगा.


यूएई में एक हिंदू मंदिर की आधारशिला रखेंगे पीएम मोदी


प्रधानमंत्री मोदी 2015 में पहली बार यूएई गए थे और तब से लेकर दोनों देशों के संबंध और प्रगाढ़ हुए हैं. पिछले ढाई सालों के दौरान दोनों देशों के बीच चार उच्च स्तरीय सरकारी आदान प्रदान हुए हैं . पिछले वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्‍मद बिन जायेद अल नहयान मुख्य अतिथि थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच समग्र सामरिक गठजोड़ समझौता किया गया था. विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि 11 फरवरी को प्रधानमंत्री यूएई के शहीद सैनिकों के स्मारक जाएंगे. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे. उनका वहां एक हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखने का भी कार्यक्रम है. प्रधानमंत्री मोदी की पिछली यात्रा के दौरान ही वहां एक मंदिर स्थापित करने का विषय आया था और वहां के शासक ने इस पर ध्यान देने की बात कही थी. अब इसकी आधारशिला रखी जाएगी.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूएई यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश एवं ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा होगी . भारत के कुल द्विपक्षीय कारोबार में यूएई समेत छह खाड़ी देशों की बड़ी हिस्सेदारी है. इन देशों के साथ कुल तेल आयात का करीब 50 प्रतिशत हिस्सा है और एलएनजी में भी इन देशों की बड़ी हिस्सेदारी है.


11 फरवरी को ओमान पहुंचेंगे पीएम मोदी


यूएई, भारत में आधारभूत संरचना समेत महत्वपूर्ण विकास क्षेत्रों में निवेश कर रही है. इसमें भारत में सस्ते आवास के निर्माण संबंधी पहल भी शामिल है. कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री 11 फरवरी को ओमान पहुंचेंगे . प्रधानमंत्री वहां एक वृहद सामुदायिक समारोह में हिस्सा लेंगे. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के सम्मान में वहां के सुल्तान काबूस विशेष रात्रि भोज देंगे.


अधिकारी ने बताया कि 12 फरवरी को प्रधानमंत्री ओमान के सीईओ के समूह के साथ चर्चा करेंगे. वे शिव मंदिर जायेंगे. प्रधानमंत्री वहां के दो उप प्रधानमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे. भारत और ओमान के बीच काफी करीबी सामरिक संबंध है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच अभ्यास भी हुए हैं. ओमान हमारे जहाजों को सुविधाएं प्रदान करता है, साथ ही हमारे हवाई जहाजों को रिफ्यूलिंग की सुविधा भी देता है.