PM Modi in US: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (10 जून) को व्हाइट हाउस पहुंचे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. व्हाइट हाउस में पीएम मोदी ने जो बाइडेन को एक खास तोहफा दिया. पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चंदन की लकड़ी से बना एक बॉक्स दिया है, जिसे जयपुर के कारीगरों ने बनाया है.
इस बॉक्स में पीएम मोदी ने जो बाइडेन को 'दृष्टसहस्त्रचन्द्रो' नाम का उपहार दिया. ये उपहार आमतौर पर उस शख्स को दिया जाता है, जो एक हजार पूर्णिमा के चंद्रमा को देख चुका हो. इसके इतर ये उस व्यक्ति को भी दिया जा सकता है, जो 80 वर्ष और 8 महीने की उम्र पूरी कर चुका हो. ये उपहार हिंदू परंपरा का हिस्सा है.
चंदन की लकड़ी से बना बॉक्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के जयपुर के कारीगरों की ओर से तैयार किया गया चंदन की लकड़ी का बॉक्स अमेरिकी राष्ट्रपति को दिया. इस बॉक्स को बनाने के लिए चंदन की लकड़ी कर्नाटक के मैसुरु से ली गई है. इस बॉक्स में भगवान गणेश की मूर्ति है, जिन्हें विघ्नहर्ता माना जाता है और सभी देवताओं में उनकी पूजा सबसे पहले होती है. इस मूर्ति को कोलकाता के स्वर्णकारों की पांचवीं पीढ़ी ने बनाया है.
इस बॉक्स में एक दिया भी है, जो हिंदू संस्कृति में एक अहम स्थान रखता है. हिंदू घरों में दिया को पवित्र स्थान या मंदिर में रखा जाता है. ये दिया चांदी से बना हुआ है और कोलकाता के ही कारीगरों ने इसे बनाया है.
क्या होता है दृष्टसहस्त्रचन्द्रो'?
हिंदू परंपराओं में सहस्त्र पूर्ण चंद्रोदयन के मौके पर दस अलग-अलग तरह की वस्तुओं को दान करने की परंपरा है. इसमें गौदान, भूदान, तिलदान, हिरण्यादान (सोने), अजयदान (घी), धान्यदान (फसल), वस्त्रदान (कपड़े), गुड़दान, रौप्यदान (चांदी) और लवणदान (नमक) की परंपरा है. पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो बॉक्स दिया है, उसमें चांदी से बना नारियल है, जो गाय के दान यानी गौदान की जगह पर प्रयोग में लाया जाता है.
चंदन की लकड़ी से बना बॉक्स भूदान के तौर पर प्रयोग किया जाता है. हिरण्यादान के लिए इस बॉक्स में 24 कैरेट की शुद्धता वाली सोने का सिक्का है. इस बॉक्स में 99.5 प्रतिशत की शुद्धता वाला चांदी का सिक्का भी है. लवणदान के लिए इस बॉक्स में गुजरात का नमक रखा गया है.
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