नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यूरोपीय परिषद की मीटिंग में वर्चुअल तौर पर भाग लिया. वह यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के निमंत्रण पर एक विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में इस मीटिंग में शरीक हुए. पीएम नरेंद्र मोदी यूरोपीय संघ के सभी 27 सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के साथ बैठक में भाग लिया.


इससे पहले विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि भारत-यूरोपीय संघ के नेताओं की यह बैठक यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के सभी नेताओं के साथ चर्चा करने का एक अभूतपूर्व अवसर है. यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मील का पत्थर है और जुलाई 2020 में हुए 15वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के बाद से आपसी संबंधों में आयी तेजी को आगे और मजबूत करेगी.


कोरोना संकट के चलते पुर्तगाल नहीं जा सके पीएम मोदी
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का भारत-यूरोपीय संघ शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए पुर्तगाल जाने का कार्यक्रम था लेकिन देश में कोविड-19 के संक्रमण की दूसरी लहर के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए यह यात्रा स्थगित कर दी गई थी और दोनों पक्षों ने डिजिटल माध्यम से बैठक करने का निर्णय किया था .


यूरोपीय संघ, भारत के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण समूह है और यह 2018 में भारत का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी रहा है. यूरोपीय संघ के साथ भारत का द्विपक्षीय कारोबार वर्ष 2018-19 में 115.6 अरब डालर था. जिसमें निर्यात 57.17 अरब डॉलर और आयात 58.42 अरब डॉलर रहा.


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