PM Modi Vladimir Putin Friendship: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार शाम को भारत पहुंचे. दोनों देशों के बीच यह 21वीं सालाना शिखर बैठक है. पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया. इस दौरान दोनों नेताओं की दोस्ती साफ नजर आई. रूस भारत के सबसे पुराने दोस्तों में से एक है.
पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा, कोविड के बाद पैदा चुनौतियों के बावजूद, भारत-रूस संबंधों के विकास की गति में कोई बदलाव नहीं आया है. हमारी विशेष और विशेषाधिकार रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत होती जा रही है. रक्षा सहयोग और मजबूत हो रहा है, स्पेस और सिविल न्यूक्लियर क्षेत्रों में भी हमारा सहयोग आगे बढ़ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा, पिछले कुछ दशकों में, दुनिया ने कई मूलभूत परिवर्तन देखे और विभिन्न प्रकार के भू-राजनीतिक समीकरण उभरे लेकिन भारत और रूस की दोस्ती कायम रही. पीएम ने कहा, भारत और रूस के बीच संबंध वास्तव में इंटरस्टेट फ्रेंडशिप का एक अनूठा और विश्वसनीय मॉडल है.
वहीं बैठक के दौरान व्लादिमीर पुतिन ने कहा, रूस भारत को एक महान शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और समय की कसौटी पर खरे उतरने वाले दोस्त के रूप में देखता है. दोनों देशों के बीच संबंध बढ़ रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं. पुतिन ने कहा कि पिछले 9 महीनों में दोनों देशों के बीच 38 प्रतिशत व्यापार बढ़ा है. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, स्वाभाविक रूप से, हम हर उस चीज के बारे में परेशान हैं, जिसका आतंकवाद से लेना-देना है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई भी मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई है. इस संबंध में, हम अफगानिस्तान की स्थिति के घटनाक्रम के बारे में चिंतित हैं.
पुतिन ने कहा, वर्तमान में, रूसी पक्ष से आने वाले थोड़े अधिक निवेश के साथ आपसी निवेश लगभग 38 बिलियन है. हम किसी अन्य देश की तरह सैन्य और तकनीकी क्षेत्र में बहुत सहयोग करते हैं. हम एक साथ उच्च तकनीक विकसित करते हैं और साथ ही भारत में उत्पादन करते हैं.
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