PM Modi On Tedros Adhanom Ghebreyesus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (16 अगस्त) को विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस को 'मेरे अच्छे दोस्त तुलसी भाई' संबोधित करते हुए उनका स्वागत किया. घेब्रेयसस विश्व स्वास्थ्य संगठन और आयुष मंत्रालय की ओर से आयोजित किए जाने वाले ऐतिहासिक पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत पहुंचे हैं.
यह शिखर सम्मेलन 17-18 अगस्त को गुजरात के गांधीनगर में होगा. भारत पहुंचने पर घेब्रेयसस का स्वागत गुजरात के प्रसिद्ध लोक नृत्य डांडिया के साथ किया गया. इस दौरान डब्ल्यूएचओ चीफ भी डांडिया करते हुए नजर आए. आयुष मंत्रालय ने उनका डांडिया नृत्य वाला वीडियो ट्वीट किया है.
पीएम मोदी ने आयुष मंत्रालय की ओर से शेयर किए गए डब्ल्यूएचओ चीफ के डांडिया वाले वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, ''मेरे अच्छे दोस्त तुलसी भाई साफ तौर पर नवरात्रि के लिए अच्छी तरह से तैयार है! भारत में WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस का स्वागत है!''
टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस के 'तुलसी भाई' बनने की कहानी
'तुलसी भाई' पीएम मोदी की ओर से WHO चीफ को दिया गया एक गुजराती नाम है. पिछले साल ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा था, ''टेड्रोस मेरे एक अच्छे मित्र हैं. उन्होंने हमेशा मुझे बताया कि भारतीय शिक्षकों ने उन्हें पढ़ाया और उनकी वजह से मैं यहां हूं. आज उन्होंने मुझसे कहा- मैं एक पक्का गुजराती बन गया हूं. क्या आपने मेरे लिए कोई नाम तय किया है? इसलिए मैं उन्हें एक गुजराती के रूप में तुलसी भाई कहूंगा.''
क्या बोले डब्ल्यूएचओ चीफ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस?
डब्ल्यूएचओ चीफ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने मीडिया से कहा, ''मुझे तुलसी भाई नाम पसंद है क्योंकि 'तुलसी' एक मेडिसिनल प्लांट (औषधीय पौधा) है. मैंने अभी यहां वेलनेस सेंटर में तुलसी का पौधा लगाया है. ऐस करने पर मुझे सचमुच खुशी है क्योंकि इसके कई फायदे हैं. डब्ल्यूएचओ ने हमेशा आयुष्मान भारत का समर्थन किया है. हमारा मानना है कि देशों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में निवेश करना चाहिए और भारत ऐसा कर रहा है. मुझे खुशी है कि यहां आने का अवसर मिला. भारत ने कोविड-19 से लड़ने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है.''
आयुष मंत्रालय ने क्या कहा?
आयुष मंत्रालय ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख का डांडिया वाला एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ''डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस का हार्दिक स्वागत है, जिन्हें तुलसी भाई के नाम से भी जाना जाता है, यह प्रिय नाम उन्हें माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिया गया है.'' मंत्रालय ने आगे लिखा, ''विश्व स्वास्थ्य संगठन और आयुष मंत्रालय की ओर से आयोजित किए जाने वाले ऐतिहासिक पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन में सम्मानित प्रतिनिधियों का स्वागत है.''
आयुष मंत्रालय ने एक और ट्वीट में लिखा, ''हम संगीत और नृत्य के साथ सच्ची भारतीय परंपरा में अपने विशेष मेहमानों का कभी न भुलाए जाने वाले स्वागत के साथ समारोह की शुरुआत करते हैं! उन्हें गुजराती लोक संगीत की जीवंत धुनों पर नाचते हुए देखें और जिन्होंने खुद को भारतीय आतिथ्य की गर्माहट में डुबो दिया.''
क्या है शिखर सम्मेलन का उद्देश्य?
पीआईबी की ओर दी गई जानकारी के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन और आयुष मंत्रालय की ओर से पारंपरिक चिकित्सा पर यह अपनी तरह का पहला वैश्विक शिखर सम्मेलन है. इसमें देश के विशाल अनुभव और विशेषज्ञता को ध्यान में रखा जाएगा और यह बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम विशेषज्ञों और चिकित्सकों के लिए इस क्षेत्र में नवीनतम वैज्ञानिक प्रगति और साक्ष्य-आधारित ज्ञान का उपयोग करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा. इसका प्रमुख लक्ष्य सभी के लिए स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करना है.
शिखर सम्मेलन में डब्ल्यूएचओ चीफ के अलावा, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल शामिल होंगे. इसमें जी20 देशों के स्वास्थ्य मंत्री, डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक और डब्ल्यूएचओ के छह क्षेत्रों के देशों के प्रतिष्ठित आमंत्रित व्यक्तियों के साथ-साथ वैज्ञानिकों, पारंपरिक चिकित्सा के चिकित्सकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और नागरिक समाज संगठनों के सदस्यों के इस सम्मेलन में शामिल होने की उम्मीद है.
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