PM Modi Varanasi Visit: वाराणसी को मिलेगी नाइट बाजार की सौगात, पीएम मोदी 7 जुलाई को करेंगे उद्घाटन
वाराणसी कैंट स्टेशन से बाहर निकलते ही आपको काशी शहर का अहसास होने लगेगा. दीवारों पर काशी की कला और संस्कृति की पेंटिंग ,इंस्टॉलेशन और लैंडस्केपिंग के माध्यम से झलक दिखने लगी है.
PM Modi Kashi Visit: वाराणसी (Varanasi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का संसदीय क्षेत्र है. 7 जुलाई को मोदी काशी (Kashi) के दौरे पर रहेंगे. वे जब भी यहां आते हैं. क्षेत्र की जनता को कुछ न कुछ तोहफा जरूर देकर जाते है. 5 घंटे के उनके दौरे में वैसे तो कई कार्यक्रम हैं लेकिन इस बार चर्चा नाइट बाजार की खूब हो रही है. वैसे कहते भी हैं कि काशी शहर कभी सोता नहीं है.
उत्तर प्रदेश में विकास और रोजगार के नए कीर्तिमान गढ़े जा रहे है, योगी सरकार काशी में बेकार पड़ी जगहों को खूबसूरती से उपयोग कर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने जा रही है. इसके लिए सरकार ने फ्लाईओवर के नीचे अनुपयोगी पड़ी जगहों को सजा संवार कर सुविधा युक्त करके उपयोगी बना दी है.
काशी में कहां सजेगा नाइट बाजार?
अब लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे 1.9 किलोमीटर में बाजार सजेगा. यहाँ काशी की कला व संस्कृति दिखेगी साथ ही बनारसी खान पान का स्वाद मिलेगा. व्यवस्थित यातायात के साथ जनता के जरूरतों का ध्यान रखकर योगी सरकार अर्बन प्लेस मेकिंग का काम की है. पीएम की सात जुलाई को प्रस्तावित वाराणसी दौरे में इसका लोकार्पण संभावित है.
खाली जगहें अक्सर हो जाती हैं अतिक्रमण का शिकार
खाली पड़ी जगह अक्सर अतिक्रमण का शिकार हो जाती है. लेकिन योगी सरकार अब ऐसा नहीं होने देगी. सरकार ने अर्बन प्लेस मेकिंग के तहत ऐसी जगह रोजगार उपलब्ध कराने के उपयोग में लाई है. वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे 1.9 किलोमीटर में बाजार विकसित हो रहा है और जनता के लिए सुविधा युक्त चीजें बनी है. जिसकी लागत करीब 10 करोड़ है.
वाराणसी कैंट स्टेशन से बाहर निकलते ही आपको काशी शहर का अहसास होने लगेगा. दीवारों पर काशी की कला और संस्कृति की पेंटिंग ,इंस्टॉलेशन और लैंडस्केपिंग के माध्यम से झलक दिखने लगी है. आई लव वाराणसी स्लोगन लिखा हुआ सेल्फी प्वाइंट,फाउंटेन ,पाथ वे, पेड़-पौधे समेत अन्य हॉर्टिकल्चर का प्रावधान है.
कैसे बदलेगी काशी?
इसके अलावा इंग्लिशिया लाइन के पास से लहरतारा की तरफ जाने वाले मार्ग पर दुकानें ,फूड कोर्ट, ओपन कैफे आदि होंगे जहां यात्रियों व दर्शनार्थियों के जरूरतों के सामान के साथ ही बनारसी व्यंजन खाने को मिलेगा. सड़क की सुरक्षा के लिए दोनों ओर रेलिंग,पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग व अन्य संसाधन विकसित हुए है. सुविधा की दृष्टि से दोनों छोर पर प्रसाधन ,पेयजल की सुविधा, पर्यटकों के लिए इन्फॉर्मेशन कियोस्क व अन्य सुविधाएं होंगी.
काशी में कहां रहता है ट्रैफिक का दबाव?
वाराणसी स्मार्ट सिटी (Varanasi Smart City) के मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि यहाँ पर कैंट रेलवे स्टेशन (Railway Station) और रोडवेज बस स्टेशन होने से यातायात का दबाव अधिक रहता है. ट्रैफिक के सुगम संचालन और प्रबंधन के लिए निर्धारित ट्रैफिक सर्कुलेशन (Traffic Circulation) की स्कीम बनाई गई है. जिसके आधार पर जेब्रा क्रॉसिंग, ट्रैफिक साइनेज ,मीडियन यू-टर्न , पिक-अप और ड्रॉपिंग के लिए निर्धारित स्थान, ई रिक्शा चार्जिंग पॉइंट आदि की भी सुविधा होगी.