करतारपुर कॉरीडोर: आठ नवंबर को उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, हरसिमरत कौर ने दी जानकारी
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने आज इस फैसले की जानकारी दी. गुरू नानकदेवजी की 550वीं जयंती पर करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की घोषणा सिख श्रद्धालुओं के लिए बड़ी अहम है.
नई दिल्ली: सिख श्रद्धालुओं के लिए आज बहुत अच्छी और बड़ी खबर सामने आई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया कि आठ नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन के साथ ही इतिहास बन जाएगा.
उन्होंने लिखा, ''गुरुनानाक देव जी के आशीर्वाद से, सिख पंथ की करतारपुर साहिब के 'खुले दर्शन दीदार' की अरदास आखिरकार सच होने जा रही है. आठ नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन के साथ ही इतिहास बन जाएगा.''
With the blessings of Guru Nanak Dev ji, Sikh Panth’s ardaas for ‘khule darshan deedar’ of Sri Kartarpur Sahib to finally become reality ! On Nov 8th, history will be created with PM @narendramodi ji inaugurating the #kartarpurcorridor (ICP). 1/2 pic.twitter.com/wBHeTRZcma
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) October 12, 2019
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत करतारपुर कॉरिडोर परियोजना जल्दी पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि भारत को आशा है कि उसकी ओर की ढांचागत परियोजना तय समय में पूरी हो जाएगी. उन्होंने कहा, ''चार लेन का राजमार्ग बनकर तैयार है और आधुनिक यात्री टर्मिनल अक्टूबर के अंत तक तैयार हो जाएगा. कुमार ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ एक समझौता साझा किया है लेकिन उसे अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.
करतारपुर कॉरिडोर के बारे में जानिए गुरू नानकदेवजी की 550वीं जयंती पर करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की घोषणा सिख श्रद्धालुओं के लिए बड़ी अहम है. इससे सिख श्रद्धालुओं को काफी लाभ होगा. कॉरिडोर खोले जाने से वह बिना किसी रुकावट और बिना किसी वीजा के गुरुद्वारे में जा सकेंगे. इस कॉरिडोर को खोलने को लेकर काफी लंबे अर्से से मांग उठ रही थी.
जानिए- सिखों के लिए करतारपुर गुरुद्वारा साहिब की क्या है धार्मिक अहमियत?
प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक के साथ जोड़ेगा और भारतीय श्रद्धालु वीजा मुक्त यात्रा कर सकेंगे. उन्हें करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल परमिट हासिल करना होगा. करतारपुर साहिब की स्थापना 1522 में गुरु नानक देव ने की थी.
इस जगह की अहमियत सिखों में इसलिए है क्योंकि यह नानक साहिब का निवास स्थान है. सिखों के प्रथम गुरू नानक देवजी का निवास स्थान होने की वजह से यह स्थान सिखों के लिए सबसे पावन स्थानों में से एक है. नानाक देवजी यहीं रहे और फिर इसी जगह से ज्योति में समा गए. बाद में उन की याद में यहां गुरुद्वारा खोला गया.
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पलटा पाकिस्तान, कहा-उद्घाटन की तारीख अभी तय नहीं
यहां ये बता दें कि अब तक भारतीय सिख इस स्थान का दर्शन दूरबीनों से ही करते थे. करतारपुर पाकिस्तान में है. पाकिस्तान के नारेवाल जिले में स्थित है. इस जगह की भारतीय सीमा से दूरी की बात करें तो इसकी दूरी महज तीन किलो मीटर है.