New Trains From Ayodhya: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर महीने के आखिर में रामनगरी जाने वाले हैं. अयोध्या में पीएम मोदी कई कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस दौरान वह अयोध्या से चलने वाली 8 नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे.


इस कार्यक्रम में अयोध्या से दरभंगा और मालदा टाउन से बेंगलुरु के लिए अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी. इसके साथ ही वह छह नई वंदे भारत ट्रेनों को भी देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए रवाना करेंगे.


कौन-कौन सी ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी?
30 दिसंबर का दिन सिर्फ रेलवे के लिए ही नहीं, बल्कि कई विभागों के लिए भी अहम है. उस दिन पीएम मोदी अयोध्या-आनंद विहार, नई दिल्ली-माता वैष्णो देवी कटड़ा, अमृतसर-नई दिल्ली, जालना-मुंबई और कोयंबटूर-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेनें शामिल हैं. इसके अलावा, दिल्ली-दरभंगा और मालदा-बेंगलुरु अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी.


इनमें से दो ट्रेनों का अयोध्या से कनेक्शन है. एक अमृत भारत ट्रेन है, जो अयोध्या से बिहार के दरभंगा के लिए चलेगी और दूसरी अयोध्या से आनंद बिहार के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन है. बाकी जिन छह ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जानी है, उनका कनेक्शन अयोध्या से नहीं है.


एयरपोर्ट और नए स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी


उसी दिन पीएम मोदी अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन से पहले नये रेलवे स्टेशन और मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का भी उद्घाटन करेंगे. अयोध्या में श्री राम इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है. बीते दिनों भारतीय वायु सेवा के एयर बस ए 320 में अयोध्या एयरपोर्ट पर सफल लैंडिंग भी की है. योजना है कि नए साल में मतलब 6 जनवरी से अयोध्या से दिल्ली, अयोध्या से अहमदाबाद के अलावा कोलकाता, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई के साथ-साथ गोवा के लिए भी इंडिगो की फ्लाइट सेवा शुरू हो जाएगी.


बेहद खास है अमृत भारत ट्रेन
अमृत भारत ट्रेन बेहद खास है. इसमें अलग से इंजन लगाने की आवश्यकता नहीं होगी. यह ट्रेन दरअसल इंप्रोवाइज्ड ईएमयू है. यह पुश-पुल तकनीक पर आधारित ट्रेन है. इस ट्रेन में आगे तो इंजन होता ही है पीछे भी इंजन लगा होता है. इससे फायदा होता है कि अगला इंजन ट्रेन को खींचता है तो पिछला इंजन ट्रेन को पीछे से धकेलते चलता है. इससे ट्रेन की स्पीड काफी जल्दी ही तेज हो जाती है. इसलिए पुश पुल ट्रेन की स्पीड शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस से भी ज्यादा होती है. इस ट्रेन में एसी डिब्बे नहीं होते. रेलवे की योजना के मुताबिक इस ट्रेन में सिर्फ सेकेंड क्लास स्लीपर डिब्बे और सेकेंड क्लास या जनरल डिब्बे लगे होते हैं. इसलिए इसे आम जनता की ट्रेन कहा जाता है.


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