नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट ने सोशल मीडिया से लेकर परंपरागत मीडिया तक सबको चौंका दिया. देश में प्रधानमंत्री  के इस ट्वीट को लेकर बहस शुरू हो गई. ट्विटर पर तो प्रधानमंत्री प्राइम मिनिस्टर ''नो सर'' जैसे हेस्टैग की बाढ़ आ गई और हर हेस्टैग में पीएम के इस ट्वीट को लेकर ही सवाल जवाब किए जा रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टि्वटर पर 8:56 पर एक ट्वीट  किया जिसमें उन्होंने लिखा, मैं अगले रविवार को अपने "सोशल मीडिया अकाउंट, ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब को छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं अगली जानकारी मैं आपको पोस्ट के जरिए ही दूंगा"


पीएम के इस ट्वीट के बाद सवाल उठने शुरू हो गए कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले नेताओं में से एक हैं. वो ऐसा क्यों कर रहे हैं. ट्विटर पर उनके 53.3 मिलियन फॉलोअर्स हैं.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर पर 3 अकाउंट है. @pmoindia, @narendramodi ,@narendramodi_in तीनों को मिलाकर क़रीब 8.7 करोड़ फॉलोअर्स हैं.


फेसबुक यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर भी प्रधानमंत्री मोदी के करोड़ों फॉलोअर है वह दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर्स वाले नेताओं में पहले नंबर पर आते हैं.  यहां तक कि कुछ मामलों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी उनसे पीछे हैं.


सोशल मीडिया पर बढ़ती हुई नकारात्मकता हो सकती है बड़ी वजह


माना जा रहा है कि सोशल मीडिया पर बढ़ती हुई नकारात्मकता को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर कुछ घंटों या दिनों की छुट्टी लेकर उपवास करना चाहते हैं या यूं कहें कि शायद वे सोशल मीडिया पर मौन व्रत करना चाहते हैं ताकि सोशल मीडिया पर बढ़ रही नकारात्मकता को खत्म करने के लिए सोशल मीडिया यूजर्स के दिमाग में घंटी बजाई जा सके.


राहुल गांधी बोले- सोशल मीडिया नहीं नफरत छोड़िए


हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट के बाद राजनीतिक गहमागहमी भी बढ़ गई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा "प्रधानमंत्री जी आप नफरत छोड़ दीजिए सोशल मीडिया छोड़ने की जरूरत नहीं है"


बीजेपी के कानपुर से सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा "आपका सोचना सही हैं, माननीय प्रधानमंत्री जी, जिस तरह से सोशल मीडिया पर अपशब्दों और ग़लत अफवाहों की भरमार है, उसकी वजह से भी माहौल बिगाड़ रहा है, उसको देखते हुए सोशल मीडिया से हमें कुछ दूरिया बनाने की जरूरत हैं , मैं आपका समर्थन करता हूं".


बड़ा सवाल यह है कि भारत में सोशल मीडिया के सबसे बड़े आइकन के रूप में उभरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिर सोशल मीडिया छोड़ने की बात क्यों कर रहे हैं? प्रधानमंत्री सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर लगातार जोर भी देते रहे वे पहले ऐसे राजनेता हैं जिन्होंने अधिकारियों से लेकर मंत्रियों सांसदों विधायकों और पार्टी के कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने और लगातार सरकार की गतिविधियों को सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए प्रेरित करते रहे.


पीएम मोदी का मानना है किस सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए भी सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होना चाहिए. देश, दुनिया जानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को किस तरह से मैनेज करते हैं उनकी फैन फॉलोइंग बताती है देश में सोशल मीडिया का उदय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा हाथ है.


सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री के इस ट्वीट का रहस्य भी प्रधानमंत्री के अगले ट्वीट से ही खुलेगा और यह ट्वीट कब आएगा इसके लिए कुछ घंटों या कुछ दिनों का इंतजार करना होगा.


आखिर PM Modi सोशल मीडिया से क्यों हटना चाहते हैं?


राहुल गांधी ने पीएम मोदी को दी सलाह, कहा- सोशल मीडिया नहीं, नफरत छोड़िए