PM Modi Security Breach: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सुरक्षा चूक मामले में अब सुप्रीम कोर्ट की जांच कमेटी की चेयर पर्सन और पूर्व जज जस्टिस इंदु मल्होत्रा (Justice Indu Malhotra ) को धमकी मिली है. इंदु मल्होत्रा ही सुपीम कोर्ट के आदेश पर पीएम की सुरक्षा चूक मामले में जांच कमेटी की अध्यक्षता कर रही हैं. उन्हें सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की तरफ से धमकी भरा फोन कॉल आया है.
SFJ के रिकार्डेड मैसेज में कहा गया है कि उसके खिलाफ शिकायत करने वाले वकीलों ने खुद को खतरनाक स्थिति में डाल लिया है. जस्टिस इंदु मल्होत्रा को जांच नहीं करने दी जाएगी. 26 जनवरी को मोदी को फिर रोका जाएगा.
सिख फॉर जस्टिस ने रोका था पीएम मोदी का काफिला!
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के कई वकीलों ने दावा किया था कि उन्हें पंजाब में PM मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले की सुनवाई से जुड़े जजों के लिए धमकी भरे फोन आ रहे हैं. सिख फॉर जस्टिस ने खुद को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदार बताया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने भारतीय दंड संहिता की धारा 153, 153-ए, और 506 के तहत गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13, 16, 18 और 20 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी.
सु्पीम कोर्ट ने गठित की है जांच समिति
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच के लिए रिटायर्ड न्यायाधीश न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली जांच समिति की घोषणा की है. न्यायाधीश एन.वी. रमना की अध्यक्षता वाली न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हेमा कोहली की पीठ ने जांच समिति के लिए संदर्भ की पांच शर्तों की रूपरेखा तैयार की. पीठ ने कहा था, "5 जनवरी 2022 की घटना के लिए सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के कारण क्या थे? इस तरह के उल्लंघन के लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं और किस हद तक? प्रधानमंत्री या अन्य सुरक्षा प्राप्त लोगों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपचारात्मक उपाय या सुरक्षा उपाय क्या होने चाहिए?"
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