इंदिरा गांधी-सिरिमाओ भंडारनायके से तुलना पर शेख हसीना बोलीं, 'वे बहुत महान महिलाएं थीं और मैं...'
Bangladesh Elections: बांग्लादेश में अवामी लीग पार्टी चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल कर चौथी बार सत्ता पर काबिज हुई. शेख हसीना पांचवीं बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनेंगी.
Bangladesh PM Sheikh Hasina: आम चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार (8 जनवरी) को कहा कि भारत बांग्लादेश का एक 'घनिष्ठ मित्र' है और दोनों पड़ोसियों ने द्विपक्षीय रूप से कई समस्याओं का समाधान किया है.
हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी ने लगातार चौथी बार आम चुनाव में जीत दर्ज की है. साल 2009 से रणनीतिक रूप से अहम दक्षिण एशियाई देश पर शासन कर रहीं 76 वर्षीय नेता ने रविवार (8 जनवरी) को हुए एकतरफा चुनाव में कुल मिलाकर 5वां कार्यकाल हासिल किया. हालांकि, चुनाव में कम वोट पड़े थे.
'भारत बांग्लादेश का बहुत घनिष्ठ मित्र'
हसीना ने कहा, ''भारत बांग्लादेश का बहुत घनिष्ठ मित्र है. उसने 1971 में और 1975 में भी हमारा समर्थन किया. उसने मुझे और मेरी बहन तथा मेरे परिवार के अन्य सदस्यों को आश्रय दिया.''
वह अपने परिवार के सदस्यों की हत्या के बाद 6 साल तक भारत में निर्वासन में रहने के वक्त का उल्लेख कर रही थीं.
अगस्त 1975 में, शेख मुजीबुर रहमान, उनकी पत्नी और उनके तीन बेटों की उनके घर में सैन्य अधिकारियों ने हत्या कर दी थी. उनकी बेटियां हसीना और रेहाना विदेश में होने के कारण बच गईं थीं.
'भारत हमारा निकटवर्ती पड़ोसी'
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ''हम भारत को अपना निकटवर्ती पड़ोसी मानते हैं. हमारे बीच कई समस्याएं थीं, लेकिन हमने इसे द्विपक्षीय तरीके से हल किया. इसलिए, मैं वास्तव में इसकी सराहना करती हूं कि भारत के साथ हमारे अद्भुत संबंध हैं.'' उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पक्ष बाकी मुद्दों को भी सुलझा लेंगे.
'मेरे हर देश के साथ अच्छे संबंध'
हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास गणभवन में विदेशी मीडिया के साथ बातचीत में कहा, ''मेरे हर देश के साथ अच्छे संबंध हैं, क्योंकि यही हमारा नीति-वाक्य है.''
एशिया के दो बड़े देशों के बीच फंसा बांग्लादेश
हसीना को भारत और चीन के प्रतिद्वंद्वी हितों पर कुशलतापूर्वक बातचीत करने का श्रेय दिया जाता है क्योंकि बांग्लादेश एशिया के दो बड़े देशों के बीच फंसा हुआ है. चुनाव से पहले उन्हें दोनों बड़े पड़ोसियों और रूस का समर्थन मिला.
बांग्लादेश के चुनावों को भारत ने बताया 'आंतरिक मामला'
भारत ने बांग्लादेश के चुनावों को 'आंतरिक मामला' बताया, जबकि अमेरिका सहित पश्चिम ने विश्वसनीय और समावेशी चुनावों का आह्वान किया. अमेरिका ने उन अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं को वीजा देने से इनकार करने की धमकी दी, जिन्हें वह 'लोकतांत्रिक चुनाव को कमजोर करने वाला' मानता है.
आर्थिक प्रगति पर होगा अगले 5 साल तक फोकस
चुनाव में जीत के बाद अपनी पहली प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, ''मैं हमारी (विकास) पहल को जारी रखने के लिए हर देश के साथ अच्छे संबंध चाहती हूं.'' प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि अगले 5 सालों में उनकी सरकार का मुख्य ध्यान आर्थिक प्रगति पर होगा.
बांग्लादेश का चुनाव 'स्वतंत्र और निष्पक्ष'
उन्होंने कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष था. हसीना ने कहा, ''अगर कोई पार्टी चुनाव में भाग नहीं लेती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वहां लोकतंत्र नहीं है. मैं प्रतिशोधी नहीं हूं (और) मैं बहुत उदार हूं.''
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और श्रीलंका की पूर्व प्रधानमंत्री सिरिमाओ भंडारनायके जैसे वैश्विक नेताओं से तुलना किए जाने पर, हसीना ने कहा, 'वे बहुत महान महिलाएं हैं. मैं नहीं हूं. मैं बहुत सरल हूं, बस एक आम शख्स हूं.''
उन्होंने कहा, ''जब आप देश चलाते हैं तो आपको खुद को पुरुष या महिला नहीं समझना चाहिए. लेकिन मैं एक मां हूं और लोगों को अपना बच्चा मानती हूं.''
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