Defence Expo 2022: गांधीनगर में लगेगी एशिया की सबसे बड़ी हथियारों की प्रदर्शनी, पीएम मोदी 19 अक्टूबर को करेंगे उद्घाटन
गुजरात के गांधीनगर में होने वाला ये डिफेंस एक्सपो कल से शुरू हो जाएगा लेकिन इसका उद्घाटन 19 अक्टूबर को होगा. इस को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गुजरात सीएम भूपेंद्र पटेल प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
Gujarat Defence Expo: दुनिया को हथियार सप्लाई करने के इरादे से गुजरात (Gujarat) की राजधानी गांधीनगर में मंगलवार से डिफेंस एक्सपो (Defence Expo) का आगाज होने जा रहा है. बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) खुद गांधीनगर में एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे.
सोमवार को डिफेंस एक्सपो की कर्टन रेजर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गांधीनगर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत कभी दुनिया में हथियारों का सबसे बड़ा आयातक देश था लेकिन आज टॉप 25 आर्म्स एक्सपोर्टर देशों में जगह बना ली है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन मौजूद था?
रक्षा मंत्री ने बताया कि इस साल छमाही में 8000 करोड़ का डिफेंस एक्सपोर्ट हो चुका है जबकि पिछले साल (2020-21) में डिफेंस एक्सपोर्ट 13 हजार करोड़ का था. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2024-25 तक 35 हजार करोड़ निर्यात का है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री के साथ गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे.
क्या बोली कंपनी?
मंगलवार से गुजरात की राजधानी गांधीनगर में होने जा रहे डेफ-एक्सपो 2022 (18-22 अक्टूबर) रक्षा प्रदर्शनी का 12वां संस्करण है जो दो साल में एक बार होता है. खास बात ये है कि इस साल डिफेंस एक्सपो में सिर्फ स्वदेशी कंपनियां ही हिस्सा ले रही हैं या फिर वही विदेशी कंपनियां यानी ओईएम (ऑरिजनल इक्यूपमेंट मैन्युफैक्चर्र) हिस्सा ले रही हैं जिनका किसी भारतीय कंपनी से ज्वाइंट वेंचर है या फिर उनकी सबसेडरी (सहायक) कंपनी भारत में है.
किन देशों के प्रतिनिधि कर रहे हैं शिरकत?
इस साल डिफेंस एक्सपो में कुल 1340 कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. इसके अलावा 10 राज्यों के पैवेलियन भी डिफेंस एक्सपो मे दिखाई पड़ेंगे. इस साल 33 देशों के मंत्रियों सहित कुल 75 देशों की प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं. डिफेंस एक्सपो कुल एक लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है. ऐसे में ये डिफेंस-एक्सपो अब तक का सबसे बड़ा होने जा रहा है. इस साल डिफेंस एक्सपो में 47 नए हथियार और उपकरण लॉन्च किए जाएंगे तो 349 हथियारों के करार, 18 ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी यानि हथियार बनानी की तकनीक का हस्तांतरण और कम से कम 37 नई घोषणाएं की जाएंगी.
रक्षा प्रदर्शनी के इस साल के संस्करण का मुख्य थीम है 'पाथ टू प्राइड' और यह भारतीय एयरोस्पेस तथा रक्षा निर्माण के लिए भारतीय और वैश्विक ग्राहकों के साथ साझेदारी का समर्थन, प्रदर्शन और साझेदारी करके भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के के अनुरूप है. प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य घरेलू रक्षा उद्योग की ताकत का प्रदर्शन करना तो है ही साथ ही 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' संकल्प को सशक्त बनाना है.
कितनी जगहों पर आयोजित की जाएंगी प्रदर्शनी?
रक्षा प्रदर्शनी गांधीनगर में चार अलग अलग जगहों पर आयोजित की जाएगी. उद्घाटन समारोह और सेमिनार महात्मा मंदिर सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र (एमएमसीईसी) में आयोजित किया जाएगा.
हेलीपैड सेंटर पर हथियारों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी तो साबरमती रिवर फ्रंट (एसआरएफ) में सभी पांच दिनों में लाइव प्रदर्शन होगा. साबरमती फ्रंट पर रोजाना शाम को थलसेना, वायुसेना और नौसेना के कमांडोज़--पैरा एसएफ, गरूड़ और मार्कोस अपनी ऑपरेशन्ल क्षमताओं को प्रदर्शन करेंगे. पोरबंदर में भारतीय तटरक्षक द्वारा आम लोगों के लिए युद्धपोत का दौरा शामिल होगा.
कितने देशों को किया जाएगा आमंत्रित?
गांधीनगर में होने वाली इस रक्षा प्रदर्शनी में भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद (आईएडीडी) के दूसरे संस्करण की भी मेजबानी की जाएगी, जिसमें 53 अफ्रीकी देशों को निमंत्रण दिया गया है. लगभग 40 देशों की भागीदारी के साथ एक अलग हिंद महासागर क्षेत्र प्लस (आईओआर +) सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा.
19 अक्टूबर को डिफेंस एक्सपो में पीएम मोदी गुजरात के एक नए एयरबेस, डीसा (बानसकांटा) का उदघाटन भी करेंगे. 19 अक्टूबर की शाम को ही गांधीनगर के आसमान में देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो होगा जिसमें 1640 ड्रोन हिस्सा लेंगे. आईआईटी दिल्ली के स्टार्ट-अप बोटलैब्स द्वारा इस ड्रोन शो को आयोजित किया गया है.
पीएम मोदी के स्वागत की तैयारी
अहमदाबाद एयरपोर्ट से लेकर गांधीनगर तक सड़कों पर पीएम मोदी के विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर पर खड़े हुई तस्वीर के बड़े बड़े होर्डिंग लगे हैं. आपको बता दें कि डेफएक्सपो 2022 पहले 10 -14 मार्च 2022 तक निर्धारित किया गया था. लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कंपनियों के सामने आने वाली लॉजिस्टिक चुनौतियों के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था.