Central Munisters Praises PM Modi: रविवार (17 सितंबर) को जब पूरे देश में भगवान विश्वकर्मा की पूजा हो रही है तब पीएम नरेंद्र मोदी ने देश भर के शिल्पकार समुदायों की फाइनेंसियल मदद के लिए पीएम विश्वकर्मा स्कीम की शुरुआत की. इसके तहत शिल्पकारी से जुड़े लोगों को कम ब्याज पर लोन मिलेगा. इस मौके पर उपस्थित केंद्रीय मंत्रियों ने पीएम मोदी की जमकर सराहना की. किसी ने उन्हें देश के लिए काम करने वाला बताया तो किसी ने देश की दशा और दिशा बदलने वाला क़रार दिया है.


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "हमारे देश में विश्वकर्मा को निर्माण का देवता माना जाता है. ऐसी धारणा है कि उन्होंने हमारे आसपास मौजूद सभी चीजों को बनाया है. ऐसे ही वेल स्किल्ड विश्वकर्मा की तरह लोग हमारे आसपास रहते हैं, हमारे साथ रहते हैं. उन्होंने हमारे देश के इकोनॉमी को आत्मनिर्भर और प्रोडक्टिव बनाया है. यही कारण है कि 500 साल पहले भी भारत वर्ल्ड लीडर था, जिसके प्रोडक्ट्स की मांग दुनिया भर में थी.' उन्होंने कहा कि सैकड़ों सालों से हमारे देश में स्वर्णकार गहने बनाते थे, कुम्हार बर्तन और कारपेंटर लकड़ी के शानदार निर्माण के लिए मशहूर रहे हैं.


मंत्री पीयूष गोयल ने क्या कहा?


केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी पीएम की तारीफ में कहा, "आज पूरी दुनिया में कठिन वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के कोने-कोने में G20 के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसने सभी भारतीयों को G20 से जोड़ा. आज सुबह के अखबार में एक सीनियर इकोनॉमिस्ट ने इसे मॉडिफाइड (Modi-fied) G20 का तमगा दिया है. पीएम के नेतृत्व में 'नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन' पारित किया गया जो आने वाले दिनों में विश्व को बदलाव का एक नया रास्ता दिखाएगा."


इसी तरह से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी पीएम मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा, "अभी भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 सम्मेलन में पीएम मोदी ने बताया कि वह किस तरह से पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं. उन्होंने G20 का नारा दिया था वसुधैव कुटुंबकम. 'एक विश्व, एक भविष्य'. उन्होंने पूरे विश्व को एक साथ लाने का बीड़ा उठाया है.


'पीएम मोदी के कार्यकाल में देश में हुए बड़े बदलाव'


धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, "G20 में उन्होंने दुनिया भर के वंचित लोगों के लिए सोचने की जिम्मेवारी ली है.  2014 में जब हमने पीएम मोदी को अपना नेता चुना तो उन्होंने पहली बात कही थी कि यह सरकार वंचित वर्ग के लिए होगी. आज जब मैं 17 सितंबर 2023 को खड़ा होकर पिछले साढ़े 9 सालों को देखता हूं तो पता चलता है कि कितने बदलाव हुए हैं. कई जनधन खाते खोले गए हैं. पीएम विश्वकर्म योजना के तहत लाखों विश्वकर्मा भाइयों और बहनों को कम ब्याज दरों पर 3 लाख का लोन मिलेगा."


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