PMC घोटाला: ED ने जब्त की HDIL मालिक की 12 कारें, महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के लापता निदेशक भी गिरफ्तार
इस मामले में एक दो पहले गुरुवार को रियलिटी कंपनी एचडीआईएल के अध्यक्ष राकेश कुमार वधावन और प्रबंधन निदेशक सारंग वधावन को इसी विभाग ने गिरफ्तार किया था और उनकी 3,500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली थी.
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4,355 करोड़ रुपये के पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करके एचडीआईएल के मालिक की 12 महंगी कारों को जब्त किया है. इसमें दो रॉल्स रॉयस, दो रेंज रोवर और एक बेंटली शामिल है. मुंबई के छह स्थानों पर छापे के बाद एचडीआईएल के चेयरमैन राकेश वाधवान और उनके बेटे सारंग वाधवान की ये कारें जब्त की गईं. इस बीच ईडी ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के लापता प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस को गिरफ्तार किया है.
3500 करोड़ रुपये की संपत्ति भी की थी जब्त
पिछले चार दिनों से लापता थॉमस की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब दो दिन पहले गुरुवार को रियलिटी कंपनी एचडीआईएल के अध्यक्ष राकेश कुमार वधावन और प्रबंधन निदेशक सारंग वधावन को इसी विभाग ने गिरफ्तार किया था और उनकी 3,500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली थी. ईडी ने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) और उसके प्रमोटरों के खिलाफ धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत प्रवर्तन मामले की जांच रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है और मामले की जांच शुरू कर दी है. ईडी द्वारा दर्ज मामले में एचडीआईएल के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश वाधवान और समूह के उपाध्यक्ष और उनके बेटे सारंग को नामजद किया गया है.
दो दिन पहले गिरफ्तार हुए थे एचडीआईएल के मालिक
ईडी ने मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है.पीएमसी बैंक धोखाधड़ी में कथित भूमिका को लेकर गुरुवार को मुंबई पुलिस ने राकेश वाधवान और उनके बेटे सारंग को गिरफ्तार किया था. पिता और पुत्र दोनों को मुंबई पुलिस के ईओडब्ल्यू कार्यालय में बुलाया गया और जब जांचकर्ताओं ने पाया कि वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
ईओडब्ल्यू के प्रमुख राजवर्धन सिन्हा ने कहा, "हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है." यह आरोप लगाया गया है कि एचडीआईएल, जो दिवालियेपन की कार्यवाही का सामना कर रहा है, और उसकी समूह की कंपनियों ने पीएमसी बैंक से भारी कर्ज लिया था. एफआईआर पीएमसी बैंक के रिकवरी डिपार्टमेंट के मैनेजर जसबीर सिंह मट्टा द्वारा दर्ज कराई गई. यह भी आरोप लगाया गया है कि 21,049 जाली बैंक खातों को कथित रूप से ऋण को छिपाने के लिए तैयार किया गया था, जो भारतीय रिजर्व बैंक के मानदंडों का उल्लंघन करते थे.
एडीआईएल के ऋण खातों को दबाने के लिए 21,000 से अधिक फर्जी खाते बनाए गए
उल्लेखनीय है कि आर्थिक अपराध शाखा ने पिछले सोमवार को पीएमसी बैंक और एचडीआईएल के खिलाफ कथित तौर पर 4335 करोड़ रुपये का बैंक को नुकसान पहुंचाने के लिए एक मामला दर्ज किया था. ईडी सूत्रों ने कहा कि पीएमसी बैंक के प्रबंधक (रिकवरी डिपार्टमेंट) की शिकायत के बाद एक मामला दर्ज किया गया. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि एडीआईएल के संकटग्रस्त ऋण खातों को दबाने के लिए 21,000 से अधिक फर्जी खाते बनाए गए. मुंबई पुलिस की प्राथमिकी में थॉमस, सिंह, वाधवान और अन्य अधिकारियों के नाम हैं और मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित किया गया है.
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