नई दिल्ली: क्या पीएमसी बैंक घोटाले में पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने आरोपियों को किसी तरह का कोई फायदा पहुंचाया था. ये आरोप इसलिए लग रहा है क्योंकि प्रफुल्ल पटेल ने साल 2012 में आरोपी राकेश वधावन की कंपनी के जहाज निजी इस्तेमाल में लिए थे. जरूरत पड़ने पर जांच एजेंसियां इस मामले मे प्रफुल्ल पटेल से पूछताछ कर सकती हैं.


प्रफुल्ल पटेल एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं. इस बार आरोप है कि उन्होंने पीएमसी बैंक घोटाले के आरोपी राकेश वधावन की कंपनी प्रिविलेज एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड के जहाज से खुद और परिवार के साथ अनेकों बार यात्राए की. जांच एजेंसियों के पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक 31 मार्च 2012 को प्रफुल्ल पटेल इस कंपनी के जहाज से मुंबई से दिल्ली आए. इस जहाज मे प्रफुल्ल पटेल के अलावा पीएमसी घोटाले का आरोपी राकेश वधावन भी था.


दस्तावेज बताता है कि इस जहाज से अभिनेत्री प्रिति जिंटा को भी दिल्ली आना था लेकिन वो नहीं आईं. वधावन की कंपनी के इस छोटे प्राइवेट जहाज से कुल आठ लोगों को आना था लेकिन सात लोग आए. इसी तरह से 10 मार्च 2012 को प्रफुल्ल पटेल अपनी पत्नी वर्षा पटेल के साथ दिल्ली से जोधपुर गए. इस फ्लाइट मे मात्र तीन लोग थे. इसी प्रकार 12 मई 2012 को प्रफुल्ल पटेल इसी जहाज से मुंबई से नागपुर गए थे.



जांच एजेसियां जानना चाहती हैं कि प्रफुल्ल पटेल को ये हवाई यात्रायें किस एवज मे कराई जा रही थीं, क्या इसके लिए उन्होंने पैसा दिया था या किसी फायदे के लेनदेन को लेकर वो वधावन के जहाजों का प्रयोग कर रहे थे.


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क्या है पीएमसी बैंक घोटाला


इस घोटाले के तहत पंजाब महाराष्ट्र बैंक ने तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर निजी कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये का लोन दिया. ये लोन वापस भी नहीं आया और पैसे डूबने के साथ साथ बैंक भी डूबने की कगार पर आ गया. जांच के दौरान पता चला है कि ये घोटाला लगभग 4500 करोड़ रुपये से ज्यादा का है और घोटाले के तहत लोन की बड़ी रकम एक ही कंपनी एचडीआईएल को दी गई थी.


आरोप है कि कंपनी ने हजारों फर्जी खातों के जरिए इस घोटाले को अंजाम दिया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी के निदेशकों राकेश वधावन समेत बैंक के पूर्व एमडी और चेयरमैन को भी गिरफ्तार किया है. साथ ही इस मामले की जांच ईडी ने भी शुरू कर दी है और कंपनी की करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की है. इस मामले में अब तक बैंक के एक ग्राहक की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि बैंक में इस ग्राहक के 90 लाख रुपये थे और उसे डर था कि उसका रुपया डूब जायेगा.


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