PNB स्कैम: शाह का राहुल पर पलटवार, बोले- मोदी सरकार से पहले इतनी सख्त कार्रवाई किसी ने नहीं की
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदीजी सरकार से पहले ऐसी कोई सरकार नहीं रही जिसने अतीत में किसी धोखाधड़ी के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई की हो.’’
कलबुर्गी/कर्नाटक: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज पीएनबी घोटाले के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार से पहले किसी और सरकार ने धोखाधड़ी मामलों में इतनी तेजी से और सख्त कार्रवाई नहीं की है. बीजेपी अध्यक्ष ने सिद्धरमैया सरकार को भी आड़े हाथ लेते हुए उस पर ‘तीन ‘डी धोखा, दादागीरी और डायनेस्टिक (परिवारवाद) की राजनीति का पालन करने का आरोप लगाया.’’उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदीजी सरकार से पहले ऐसी कोई सरकार नहीं रही जिसने अतीत में किसी धोखाधड़ी के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई की हो.’’ उन्होंने यह जवाब राहुल गांधी द्वारा करोड़ों रुपयों के पीएनबी धेाखाधड़ी मामले में पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणियों से जुड़े सवाल पर दिया.
उत्तरी कर्नाटक के विजपुरा और बगलकोट जिलों में जनसभाओं के दौरान गांधी ने भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था और सवाल किया था कि खुद को देश का चौकीदार बताने वाले मोदी ज्वैलर नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी से कथित रूप से जुड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में ‘‘चुप’’ क्यों हैं.
अमित शाह ने कहा, ‘‘ (धन शोधन रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज करके) ईडी ने कार्रवाई की है.इससे पहले सीबीआई ने इस महीने की शुरुआत में प्राथमिकी दर्ज की थी.’’ उन्होंने कहा बीजेपी कर्नाटक में निश्चित रूप से अगली सरकार बनाने जा रही है क्योंकि सिद्धरमैया सरकार सभी मोर्चों पर ‘‘नाकाम’’ रही है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भ्रष्टाचार और सिद्धरमैया सरकार एक दूसरे के पर्याय हो गये हैं.’’
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि इसके अलावा, राज्य की जनता पृथक धार्मिक दर्जा देकर एक समुदाय को विभाजित करने के सिद्धरमैया सरकार के ‘‘नाकाम’’ मंसूबों को लेकर नाराज है. शाह ने कहा, ‘‘अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो वह इस (लिंगायत को पृथक धार्मिक दर्जा देने के) प्रस्ताव को वापस लेगी.’’ शाह ने कहा, ‘‘अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वह इस (लिंगायत को पृथक धार्मिक दर्जा देने के) प्रस्ताव को वापस लेगी.’’