नई दिल्ली: 14,000 करोड़ के पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी के पीछे देश की तमाम एजेंसियां लगी हुई हैं. अपने भांजे के साथ मिलकर फर्जी एलओयू के जरिए पंजाब नेशनल बैंक का 14 हजार करोड़ से भी ज्यादा डूबाने वाले मेहुल चोकसी को एबीपी न्यूज ने ढूंढ निकाला है. भारत से फरार होने के बाद चोकसी पहली बार किसी भारतीय न्यूज चैनल से बात की है.


एबीपी न्यूज के कैमरे पर मेहुल चौकसी ने खुद पर लगे आरोपों पर सफाई दी है. मेहुल चोकसी ने कहा कि ‘ये एक बड़ी राजनीतिक साजिश है, ये पूरा मुद्दा राजनीतिक बन गया है. बैंक डिफॉल्टर को वापस लाने का सरकार के उपर भारी दबाव है. इस चुनाव में जो बैंक के डिफॉल्टर हैं उनमें से किसी एक को नहीं लाया जाएगा तो शायद चुनाव इधर से उधर हो सकता है. मैं सॉफ्ट टारगेट हूं.


कांग्रेस ने कहा- सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''ABP न्यूज का साधुवाद कि इस मुद्दे को फिर प्रकाश में लाए. मेहुल चौकसी को डर किस बात का है? उन्हें तो सरकार का संरक्षण है. सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का. नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे भगोड़ों को सीधा प्रधानमंत्री कार्यालय का संरक्षण है. इन्हें भागने दिया गया. बल्कि एंटीगुआ की नागरिकता के लिए एजेंसियों ने उनकी क्लीन चिट दी. अगर चौकसी का दावा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया तो देश लौटने में क्या डर है?''


सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एंटीगा के राष्ट्रपति से मिले तो मेहुल चौकसी का मुद्दा नहीं उठाया? उन्होंने कहा, ''अगर सरकार चाहे तो चौकसी समेत सारे भगोड़े वापस लाए जा सकते हैं. कांग्रेस सत्ता में आई तो सबको ले कर आएगी.''


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बिना रेड कॉर्नर नोटिस के भी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश संभव: सीबीआई


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