नई दिल्ली: 11,500 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में गिरफ्तार बैंक के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुल नाथ शेट्टी को लेकर ABP न्यूज़ के हाथ बड़ी जानकारी लगी है. जांच एजेंसियों ने गोकुल नाथ शेट्टी की सर्विस फाइल और कंप्यूटर को जब्त कर लिया है. इसके जरिए जांच एजेंसियों को ये पता चल पाएगा कि आखिर वो कौन सा शख्स था जो शेट्टी को एक ही ब्रांच में एक ही पद पर लगातार बनाए रखने की कोशिश कर रहा था.


शेट्टी के लगातार 8 साल तक एक ही बैंक में बने रहने को लेकर आला प्रबंधन शक के घेरे में है. जांच के बाद कुछ और बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं. सीवीसी की चेतावनी के बाद तमाम बैंको ने तीन साल से ज्यादा एक ही जगह पर जमे कर्मचारियों की लिस्ट मांगी है. तीन सालों से ज्यादा पोस्टिंग वालों का होगा तबादला भी होगा.


घोटाला नहीं पकड़ा जाए इसलिए छोटी रकम की एंट्री करता था


इसके साथ ही ये भी खुलासा हो चुका है कि आखिर शेट्टी कैसे सबकी नज़रों से बचकर बड़े अमाउंट विदेशी बैंकों में ट्रांसफर कर देता था. जानकारी के मुताबिक शेट्टी बैंक के सिस्टम में छोटी रकम डालता था जिससे कोई ज्यादा ध्यान ना दे. मान लिजिए 50 लाख अमाउंट डाला तो बैंक इसे ज्यादा नोटिस में नहीं लेता था. इसके बाद शेट्टी कोड के सहारे उस अमाउंट को मोडिफाई करके विदेशी बैंको को भेज देता था. इस तरह अगर वो सिस्टम में 50 लाख रूपये की एंट्री करता था तो 5 करोड़ ट्रांसफर होते थे. ये सारे घोटाले शेट्टी मैसेज को मोडिफाई करके करता था.


 



कौन है गोकुल शेट्टी


पीएनबी घोटाले के बाद नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी का नाम सुर्खियों में है लेकिन इस पूरे घोटाले का मास्टर माइंड है गोकुलनाथ शेट्टी. पंजाब नेशलन बैंक से रिटायर हो चुके इसी शख्स ने फर्जीवाड़े का पूरा रास्ता तैयार किया और आपकी मेहनत की कमाई को लुटा दिया. सीबीआई अब इसे शिकंजे में लेकर पूछताछ कर रही है लेकिन अबतक जो जानकारी सामने आयी है, उसके मुताबिक गोकुलनाथ शेट्टी की गतिविधि शुरू से संदिग्ध थी. पीएनबी में गोकुलनाथ शेट्टी के फर्जीवाड़े की पूरी कहानी जानने के लिए सीबीआई उससे लगातार पूछताछ कर रही है, दूसरी तरफ एबीपी न्यूज ने उसके चाल, चेहरे और चरित्र की जो पड़ताल की, उससे कई दिलचस्प जानकारी सामने आई है.


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साल 2005 में गोकुलनाथ पहली बार नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के संपर्क में तब आया जब उसकी नियुक्ति मुंबई के फोर्ट स्थित ब्रैडी हाउस में हुई. पीएनबी के इसी ब्रांच में नीरव मोदी का एकाउंट है. खास बात है कि गोकुलनाथ शेट्टी अपने रिटायरमेंट तक पीएनबी के ब्रैडी हाउस ब्रांच में रहा जबकि कायदे से साल 2010 में उसका ट्रांसफर कहीं और हो जाना चाहिए था. दिलचस्प तथ्य ये भी है कि साल 2005 में गोकुलनाथ शेट्टी की नीरव मोदी से पहली मुलाकात हुई और उसी साल उसने मलाड लिंक रोड पर 3 BHK का आलीशान फ्लैट खरीदा. आज उस फ्लैट की कीमत करीब 4 करोड़ बताई जा रही है . गोकुलनाथ शेट्टी के पास बोरीवली के कस्तूर पार्क में भी एक फ्लैट है.


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एबीपी न्यूज की पड़ताल से पता चला है कि गोकुलनाथ शेट्टी का पैतृक गांव कर्नाटक के मंगलौर से करीब 30 किलोमीटर दूर मुल्की में है. गोकुलनाथ शेट्टी ने वहां भी एक आलीशान घर बनवाया है, जमीन के कई टुकड़े लिए हैं और कुछ दुकान भी खरीदी है. गोकुलनाथ शेट्टी पीएनबी के जिस डिप्टी मैनेजर के पद से पिछले साल रिटायर हुआ है, उसकी सैलरी एक से डेढ़ लाख से बीच होती है जबकि अबतक जो उसी संपत्ति सामने आयी है, वही करोड़ों में है. इसके अलावा अभी बैंक एकाउंट, लॉकर और उसके घरवालों के खातों की भी जांच चल रही है. खुद गोकुलनाथ शेट्टी की निजी जिंदगी रहस्यों में घिरी हुई है. उसके कई जाननेवाले बता रहे हैं, वो कभी मेहनती था और उसके खिलाफ कभी कोई शिकायत नहीं आई. यही नहीं अपने 36 साल के करियर में उसने कभी प्रमोशन के लिए भी हाय तौबा नहीं मचाया. 36 साल की सर्विस में कभी बड़ी पोस्ट की चाह नहीं.


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