(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PNB घोटाला: रविवार को भी सक्रीय रहा ईडी, चंडीगढ़ के गीतांजलि शोरूम पर मारे छापे
देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी उनके पार्टनर मेहुल चोकसी के कई जगहों पर रविवार को भी छापे मारे गए. देश भर के कुल 47 जगहों पर ईडी ने छापेमारी की. रविवार को ईडी ने ज्वेलरी कंपनी गीतांजलि के चंडीगढ़ स्थित ठीकानों पर छापे मारे. गीतांजलि का यह शो रूम चंडीगढ़ के एलांते मॉल में स्थित है.
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी उनके पार्टनर मेहुल चोकसी के कई जगहों पर रविवार को भी छापे मारे गए. देश भर के कुल 47 जगहों पर ईडी ने छापेमारी की. रविवार को ईडी ने ज्वेलरी कंपनी गीतांजलि के चंडीगढ़ स्थित ठीकानों पर छापे मारे. गीतांजलि का यह शो रूम चंडीगढ़ के एलांते मॉल में स्थित है. इससे पहले शनिवार रात को रायपुर स्थित शो-रूम में शनिवार देर रात ईडी ने छापा मारा. ईडी की 12 सदस्यीय टीम ने पूरी रात यहां तलाशी ली और करीब एक करोड़ 27 लाख रुपये के जेवरात जब्त किए. ईडी की इस कार्रवाई की जानकारी शहर के किसी भी अधिकारी को नहीं थी.
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने शनिवार रात अंबुजा मॉल स्थित शॉपर्स स्टॉप स्थित गीतांजलि ज्वैलर्स में छापा मारकर लगभग 1.27 करोड़ रुपये के जेवरात जब्त किए. ईडी की 12 सदस्यीय टीम रात 10.30 बजे दुकान में पहुंची. यह शोरूम मेहुल चोकसी का है. इसका संचालन कुंदल दत्ता नामक व्यक्ति करता है.
सूत्रों ने बताया कि यहां से 25 करोड़ रुपये के हीरे के जेवरात और अन्य कीमती नग जब्त किए गए हैं.
ईडी ने स्पष्ट किया कि जब्त सामान की कीमत शोरूम स्टोर की स्टॉक वैल्यू से तय की गई है. कंपनी इसी कीमत पर खरीद दिखाती है. जब्त सामानों का स्वतंत्र मूल्यांकन भी कराया जा रहा है.
पंजाब नेशनल बैंक के महाघोटाले पर ABP न्यूज आपको पल पल की अपडेट दे रहा है. नीरव मोदी और मेहुल चौकसी देश से भाग चुके हैं, अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
खुलासे के मुताबिक साढ़े 11 हजार करोड़ के इस महाघोटाले में नीरव मोदी ने चार हजार 800 सौ करोड़ का घोटाला किया. जबकि उसके मामा मेहुल चौकसी ने 6 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया है. इसके साथ ही ABP न्यूज की पड़ताल में ये भी पता लगा है कि PNB के कुछ अधिकारियों ने साल 2010 में बिना बैंक गारंटी के ही इन दोनों को कर्ज दिया. सबसे हैरानी की बात ये है कि इन दोनों ने बैंक से गलत तरीके से लिए पैसे का बड़ा हिस्सा व्यापार पर खर्च ही नहीं किया.