नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को साढ़े 12 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक का चूना लगाकर फरार हुए नीरव मोदी की जांच एजेंसी के बाद किसानों ने मुश्किलें बढ़ा दी है. महाराष्ट्र में अहमदनगर जिले के खंडाला गांव में किसानों ने नीरव मोदी की करीब 250 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया. अब किसान इन जमीनों पर एक बार फिर से खेती करेंगे.

बैलगाड़ियों में बैठकर पहुंचे करीब 200 किसानों ने नीरव मोदी की जमीन पर कब्जा कर जुताई शुरू कर दी और खुशी में डांस भी किया.

खंडाला के करजत तहसील के किसानों का दावा है कि कुछ साल पहले नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार ने सोलर प्रोजेक्ट के लिए किसानों से औने-पौने दामों पर जमीन खरीदी थी, अब 'काली आई मुक्ति संग्राम' संगठन के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने जमीनों पर वापस कब्जा कर लिया और जमीन पर झंडे लहरा दिये. एक किसान ने बताया कि जल्द की इन जमीनों पर खेती शुरू की जाएगी.

अहमदनगर के किसानों ने नीरव मोदी पर घोटालेबाज होने के साथ ही भू-माफिया होने का भी आरोप लगाया. किसानों के साथ प्रदर्शन में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता और वकील करभारी गवली ने दावा किया कि उनसे 5 हजार रु. एकड़ की दर से जमीन ली गई, जबकि इस इलाके में मुआवजे का सरकारी रेट 20 लाख रु. एकड़ है. किसानों ने जिन जमीन पर कब्जा किया है. इस जमीन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीरव मोदी के खिलाफ जांच शुरू करने के बाद जांच शुरू की है.

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आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में करोड़ों रुपये के घोटाले उजागर होने के बाद से नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी फरार हैं. सीबीआई, ईडी और अन्य एजेंसियों उनके खिलाफ जांच कर रही है. देश में में फैले उनकी कई संपत्तियों को जब्त किया जा चुका है. भारत सरकार नीरव और चोकसी का पासपोर्ट रद्द कर चुकी है.