नई दिल्ली: बीजेपी ने करोड़ों रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में कांग्रेस पर हमला बोला है. कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह घोटाला यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ था. इधर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पीएनबी ने नीरव मोदी के साथ गारंटीपत्र जारी करने का समझौता मोदी सरकार के कार्यकाल में 2017 में किया है.
बीजेपी ने कांग्रेस को जवाब देने के लिये रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को सामने किया है. निर्मला ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भले ही नीरव मोदी देश से भागने में सफल रहा हो पर सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, "हम घोटालेबाजों को देश से भागने में मदद नहीं कर रहे हैं बल्कि बीजेपी सरकार उन्हें पकड़ रही है." सीतारमण ने इस मामले में कांग्रेस पार्टी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी ही थे जिन्होंने नीरव मोदी के एक प्रचार कार्यक्रम में शिरकत की थी.
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निर्मला सीतारमण ने जिक्र किया कि इलाहाबाद बैंक के एक सरकारी निदेशक ने गीताजंलि जेम्स के वित्तीय पुनर्गठन पर 2013 में सवाल उठाया था. उन्होंने कहा कि इसके बाद उस अधिकारी की बातों को रिकॉर्ड में शामिल किए जाने के बजाय उन्हें इस्तीफा देने को कह दिया गया.
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सीबीआई ने 143 गारंटीपत्रों को लेकर नई प्राथमिकी दर्ज की है. इस प्राथमिकी के अनुसार, 4,866 करोड़ रुपये के ये गारंटीपत्र मेहुल चौकसी की तीन कंपनियों गीताजंलि जेम्स, नक्षत्र और गिली को 2017-18 के दौरान जारी किए गए थे. चौकसी, नीरव मोदी का रिश्तेदार है और 11,400 करोड़ रुपये के इस घोटाले में सह आरोपी है.
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सीबीआई ने इससे पहले 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित एक अलग मामला दर्ज किया था जो कि अब बढ़ता हुआ 6,498 करोड़ रुपये की गारंटीपत्र धोखाधड़ी में पहुंच चुका है. गारंटी पत्र एक प्रकार का आश्वासन पत्र होता है जो कि किसी एक बैंक के माध्यम से दूसरे बैंकों को जारी किया जाता है. इसके आधार पर बैंकों की विदेशी शाखाओं से खरीदार को कर्ज की पेशकश की जाती है.