नई दिल्ली: देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11 हज़ार 500 करोड़ के घोटाले ने हर तरफ भूचाल मचा दिया है. इस घोटाले को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. आज इस घोटाले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि ये पूरा घोटाला एनडीए के समय में ही हुआ है. कांग्रेस ने अपने इस आरोप के पक्ष में कई दस्तावेज भी जारी किए हैं. जांच एजेंसियों ने पीएनबी के उस डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है जिस पर नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को बैंक गारंटी जारी करने का आरोप है. उधर, बीजेपी कांग्रेस को घेरने में लगी है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी पर भी नीरव मोदी की मदद का आरोप लगाया जिसके सिंघवी ने गलत बताते हए मानहानि का दावा करने की बात कही. आपको बताते हैं कि आज पूरे दिन इस घोटाले को लेकर क्या-क्या हुआ-
दूसरी FIR से बड़ा खुलासा - NDA राज में हुआ पांच हजार करोड़ का घोटाला
CBI की दूसरी FIR में बड़ा खुलासा हुआ है. इस FIR में NDA के राज में 4886 करोड़ के बैंक घोटाले की बात सामने आई है. CBI की FIR में पता चलता है कि NDA के राज में 3032 करोड़ के फर्जी एलओयू और 1854 करोड़ के फर्जी लेटर ऑफ क्रेडिट जारी कर घोटाला किया गया. यानी कुल 4886 करोड़ के बैंक घोटाले की कहानी साल 2017 में रची-बुनी गई. यहां पढ़ें विस्तार से-
कांग्रेस का आरोप- मोदी राज में जारी हुए LOU
पीएनबी घोटाले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में ये जंग छिड़ी हुई है कि घोटाला किसके राज में हुआ. कांग्रेस ने अब आरोप लगाया है कि मोदी राज में ही 367 एलओयू यानी बैंक गारंटी जारी हए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ये भी दावा किया है कि सभी एलओयू यानी पीएनबी की तरफ से जारी की गई बैंक गांरटी की कीमत करीब 11 हजार करोड़ रुपए है यानी पूरा घोटाला मोदी राज में ही हुआ है. यहां देखें VIDEO
ईडी की छापेमारी जारी, अब तक 5,674 करोड़ रुपये का सामान जब्त
इस घोटाले में मनी लांड्रिंग जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नीरव मोदी और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी का सिलसिला आज तीसरे दिन भी जारी रहा. एजेंसी ने आज 25 करोड़ रुपये के और हीरे-जेवरात जब्त किए. कुल मिलाकर अब तक 5,674 करोड़ रुपये की जब्ती हो चुकी है.
इससे पहले एजेंसी ने कहा था कि उसने जब्त की गई संपत्तियों का मूल्य शोरूम और स्टोर में उनके स्टॉक मूल्य के आधार पर निकाला है. यह कंपनी द्वारा की गई खरीद का भी मूल्य है्. ईडी अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी 15 फरवरी को शुरू हुई थी और यह कल भी जारी रह सकती है.
3 आरोपियों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत
पीएनबी घोटाले में आज मुंबई एक अदालत ने गिरफ्तार तीन आरोपियों को शनिवार को तीन मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया. सीबीआई ने इस संबंध में बैंक के एक रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी, मनोज खरात, और नीरव मोदी की कंपनियों के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हेमंत भट को गिरफ्तार किया था.
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में पीएनबी के रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर और संचालक समेत तीन निजी कंपनियों के 10 निदेशकों कृष्णन संगमेश्वरन, नाजुरा यशजनय, गोपाल दास भाटिया, अनियथ शिवरमन, धनेश व्रजलाल सेठ, ज्योति भारत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकांत कानू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वारंगे और मिहिर भास्कर जोशी के नाम शामिल किए थे.
राहुल बोले- घोटाले पर 'चुप्पी तोड़ें' प्रधानमंत्री
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पीएनबी बैंकिंग धोखाधड़ी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया और कहा कि पीएम मोदी को बताना चाहिए कि नीरव मोदी कैसे देश की बैंकिंग प्रणाली से 22 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया. उन्होंने कहा कि घोटाले का 90फीसदी हिस्सा एनडीए के कार्यकाल में हुआ.
राहुल ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, "यह आठ नवंबर, 2016 को तब शुरू हुआ, जब मोदीजी ने 500 और 1000 रुपये के नोट को अमान्य घोषित कर दिया था. उन्होंने आम लोगों की जेब से सभी पैसे लेकर बैंकिंग प्रणाली में डाल दिया. आश्चर्य की बात है कि मोदीजी(नीरव मोदी) 22 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए. प्रधानमंत्री एक घंटा 45 मिनट तक विद्यार्थियों को सिखाते हैं कि परीक्षा कैसे दें, लेकिन यह नहीं बताते कि जो रुपये लेकर नीरव मोदी भागे हैं, उसका जवाबदेह कौन है."
उन्होंने कहा, "लेकिन अब प्रधामंत्री एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. उन्हें आगे आकर इन सवालों का जवाब देना होगा. यह कब हुआ और कैसे हुआ? हमें पता चला है कि प्रधानमंत्री कार्यालय को नीरव मोदी को पैसा दिए जाने से पहले ही इस बारे में पता चल चुका था. लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसलिए प्रधानमंत्री को देश को इस बारे में विस्तार से बताना चाहिए."
अभिषेक सिंघवी ने नीरव मोदी से अपने परिवार के रिश्तों की बात की खारिज की
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने पीएनबी घोटाली के मामले में आरोपी आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से अपने परिवार के किसी तरह के संबंध होने की बात से आज इनकार किया. उन्होंने बीजेपी पर ‘सस्ती राजनीति’ करने का आरोप लगाया. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया था कि नीरव मोदी द्वारा संचालित फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल ने अद्वैत होल्डिंग्स की एक संपत्ति लीज पर ली थी, जिसमें कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी की पत्नी निदेशक हैं. सिंघवी ने इसके जवाब में कहा, ‘‘ना ही अद्वैत और ना ही मेरे परिवार का मोदी या कंपनी के साथ कोई हित जुड़ा हुआ है. पिछले अगस्त में कंपनी ने संपत्ति छोड़ने का नोटिस दिया और दिसंबर 2017 में परेल कमला मिल्स परिसर को खाली कर दिया.'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारा गीतांजलि कंपनी, फायरस्टार या नीरव मोदी के किसी भी अन्य कारोबार से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है.’’
इसके साथ ही उन्होंने सीतारमण और उनके साथियों को ‘दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह से फर्जी’ आरोप लगाने के लिए दीवानी और आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करने की चेतावनी भी दी.
नीरव मोदी के यूरोप में होने की खबर - सूत्र
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के अनुरोध पर विदेश स्थित भारतीय दूतावासो से भी इन लोगों की सही लोकेशन के बारे में पूछा गया था लेकिन अब तक जितनी भी रिपोर्ट आई है उनमें किसी में भी लोकेशन की जानकारी नहीं दी गई है. फिलहाल दोनों के पासपोर्ट निलंबित कर दिए गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक नीरव मोदी यूरोप में हो सकता है और वो लगातार एक देश से दूसरे देश जा रहा है जबकि मेहुल चौकसी की लोकेशन अमेरिका के एक शहर में पायी गई थी, हालांकि जांच में वो उस जगह पर नहीं मिला. खबर ये भी है कि जनवरी के महीने में दोनो मामा-भांजे को कुछ जगहों पर एक साथ देखा गया. खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी के मुताबिक दोनों अपने कुछ खास लोगों के संपर्क में है और जगह बदल बदल कर सलाह मशविरा कर रहे हैं.