नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर फरार नीरव मोदी से पैसा वसलूने के लिए बैंक ने हांगकांग की अदालत का दरवाजा खटखटाया है. साथ ही पीएनबी ने उन सभी देशों में अदालती कार्यवाही शुरू करने का फैसला किया है, जहां नीरव मोदी और उसके कारोबारी मामा मेहुल चौकसी की संपत्तियां और कारोबार हैं. इस बीच बैंकिंग सेक्टर में हुए कथित घोटाले को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही मोदी सरकार ने आज एक बड़ा कदम उठाया. सरकार के मुताबिक, बैंकों को चपत लगाकर विदेश भागने वाले आर्थिक अपराध करनेवालों की संपत्तियां अब जब्त की जाएंगी.
केद्रीय मंत्रिमंडल ने इस बाबत एक अध्यादेश पर शनिवार को अपनी मुहर लगा दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश-2018 लाने का फैसला किया गया. अध्यादेश के तहत भारत या विदेशों में अपराध से अर्जित संपत्तियों की कुर्की शीघ्र करने के लिए एक विशेष मंच बनाया जाएगा. यह मंच भगोड़े अपराधियों की भारत वापसी के लिए दबाव बनाएगा, जिससे अपराध के मामलों में भारतीय अदालतों के अधिकार क्षेत्र में उनके खिलाफ मुकदमा चलाना आसान होगा.
भगौड़े आर्थिक अपराधियों पर नकेल के लिए अध्यादेश, संपत्ति जब्त करना और बेचना होगा आसान
हांगकांग में है नीरव मोदी?
आपको बता दें कि पिछले दिनों भारत ने हांगकांग की सरकार से आग्रह किया था कि वह नीरव मोदी को गिरफ्तार करे. 12 अप्रैल को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा था, "हमने हांगकांग में अधिकारियों से नीरव मोदी को भारत को सौंपने का आग्रह किया है." संसद सत्र में विदेश राज्य मंत्री ने अपने एक लिखित जवाब में संसद को बताया था कि नीरव मोदी हांगकांग में है.
हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक को 12,600 करोड़ रुपये की चपत लगाने के आरापी हैं. उनके ऊपर 1,300 करोड़ रुपये के और फर्जीवाड़े का आरोप है. सीबीआई को पूरे घोटाले की सूचना मिलने के बाद नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और उसका परिवार विदेश फरार हो गया था. सरकार ने घोटाले के दोनों मास्टरमाइंट के पासपोर्ट रद्द कर दिये हैं. साथ ही वित्तिय लेन-देन पर नजर रखने वाली एजेंसी दोनों हीरा कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी की है. ईडी का दावा है कि नीरव मोदी की संपत्तियों को जब्त किया गया है.