नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएनबी घोटाला मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि जेटली ने अपनी वकील बेटी को इस घोटाले में बचाया है. राहुल ने ये भी कहा कि घोटाला सामने आने से एक महीने पहले जेटली की बेटी को फीस के रूप में मोटी रकम दी गयी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
राहुल ने ट्वीटर पर सवाल उठाते हुए लिखा कि अब पता चला कि हमारे वित्त मंत्री इस मामले पर चुप क्यों थे. वो इस वजह से चुप थे क्योंकि उन्हें अपनी वकील बेटी को बचाना था जिसे आरोपी ने घोटाला उजागर होने के एक महीने पहले ही बड़ी रकम दी थी. राहुल ने सवाल उठाते हुए पूछा कि सीबीआई अगर जांच के दौरान दूसरी लॉ फर्मों पर छापेमारी कर सकती है तो अरुण जेटली की बेटी की फर्म पर छापेमारी क्यों नहीं की गई?
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी 29 हजार करोड़ के PNB घोटाले को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा है. राहुल के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए केजरीवाल ने पूछा कि जेटली जी, अब मानहानि का केस नहीं करेंगे? या सेटिंग है? आम आदमी पार्टी ने इस विवाद में अरूण जेटली से इस्तीफा मांगा है.
क्या है बैंकिंग घोटाला
बताते चलें कि पीएनबी और अन्य बैंकों के अधिकारियों से मिलीभगत कर हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी जैसे कुछ बड़े कारोबारियों ने नियमों की अनदेखी कर बैंकों से लोन लिया और उसे वापस नहीं किया. पीएनबी ने माना है कि कुछ लोगों की मिलीभगत से कुछ खातेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए ये घपला किया गया है.
बैंक का ये भी कहना है कि इस लेनदेन के आधार पर ऐसा लगता है कि दूसरे बैंकों ने भी विदेश में भी इन ग्राहकों को एडवांस दिए हैं यानी दूसरे बैंकों पर भी इसका असर पड़ सकता है. इसका असर अभी तक यह हुआ है कि बैंकिंग सेक्टर से जुड़े शेयरों में गिरावट चली आ रही है. घोटाला इतना फैला हुआ है कि इसे करने वालों में हीरा करोबारियों से लेकर पेन बनाने वाले तक शामिल हैं.
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