नई दिल्लीः राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने असम के गोलाघाट और जोरहाट जिलों में जहरीली शराब पीने से 150 से ज्यादा लोगों की मौत के मामले में असम सरकार को नोटिस जारी किया है. अधिकारियों ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी है. एनएचआरसी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से कहा कि वह सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों को अवैध शराब के खतरे पर नजर रखने के लिये 'निगरानी बढ़ाने' के लिए जरूरी निर्देश दे.
अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि करीब 157 लोग असम की इस शराब त्रासदी में अपनी जान गंवा चुके हैं जिनमें से अधिकतर चाय बागान के कर्मचारी थे. इसके अलावा 300 से ज्यादा लोगों का गोलाघाट और जोरहाट के अस्पतालों में इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
आयोग ने अपने बयान में कहा, ''बताया गया है कि 300 से ज्यादा लोग उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती हैं. खबरों के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने आशंका जाहिर की है कि शराब बनाने में इस्तेमाल हुए मेथेनॉल इन मौतों की वजह हो सकता है लेकिन मौत की असल वजह का पता जांच होने के बाद चलेगा.''
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अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, सरकार की आलोचना देशविरोधी नहीं माना जाना चाहिए । शिखर सम्मेलन 2019