बेंगलुरु: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के बीच बेंगलुरु समेत पूरे कर्नाटक राज्य में आज से तीन दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. बावजूद इसके इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने अपना प्रोटेस्ट जारी रखा. बेंगलुरु के टाउन हॉल के पास विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया है. बता दें कि राज्य सरकार ने बेंगलुरु समेत पूरे कर्नाटक राज्य में कल शाम को ही धारा 144 लगा देने की जानकारी दे दी थी.


रामचंद्र गुहा ने बताया कि वे महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ मीडिया से संविधान के बारे में बात कर रहे थे और उस दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया गया. उन्होंने कहा, हम इस भेदभावपूर्ण कानून के खिलाफ अहिंसक और अनुशासित तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे. यहां सभी लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन पुलिस केंद्र सरकार के इशारों पर काम कर रही है.


नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के साथ ही देश भर में विरोध प्रदर्शन के सुर तेज हो गए हैं वहीं बेंगलुरु समेत प्रदेश में भी कई जगह पर विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे हैं. राज्य के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई की मानें तो एहतियातन के तौर पर राज्य में 3 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. राज्य सरकार ने खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा भड़काने की साजिश करार दिया है.


बेंगलुरु समेत राज्य के कई हिस्सों में आज होने वाले विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कल शाम को ही पुलिस ने धारा 144 लागू करने की जानकारी दे दी थी, लेकिन बावजूद उसके इन सभी ऑर्गेनाइजर्स ने विरोध प्रदर्शन को जारी रखने का फैसला किया था. यही कारण है कि आज शांतिपूर्ण तरीके से टाउन हॉल के पास भी इस विरोध प्रदर्शन को जारी रखा गया. वहीं पुलिस ने 144 धारा को बताते हुए इन सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. जिसमें इतिहासकार रामचंद्र गुहा भी मौजूद थे.


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