EPS Vs OPS: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में पुलिस ने विपक्ष के नेता एडापड्डी के पलानीस्वामी (EPS) और अन्नाद्रमुक के अन्य विधायकों को हिरासत में ले लिया है. यह सभी विधानसभा के बाहर भूख हड़ताल पर बैठने की कोशिश में थे. दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष ने विरोधी गुट के नेता और अन्नाद्रमुक उप प्रमुख ओ पनीरसेल्वम (OPS) की विधानसभा में सीट नहीं बदली. इसी को लेकर यह सभी नेता रोष जता रहे थे.
दरअसल, ईपीएस गुट ने एक नया उप प्रमुख चुना है और विधानसभा अध्यक्ष को कई पत्र लिखकर ओपीएस को विधानसभा में ईपीएस के बगल वाली सीट से हटाकर कहीं और बैठाने की मांग की है. साथ ही इन नेताओं को इस मुद्दे पर कार्यवाही बाधित करने के लिए कल सदन से बेदखल कर दिया गया था. स्पीकर एम अप्पावु ने कहा है कि वह इसकी जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई उन्हें आदेश नहीं दे सकता है.
ईपीएस और ओपीएस की लड़ाई
ईपीएस और ओपीएस दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिनके बीच की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. जे जयललिता की मौत के बाद दोनों ने संयुक्त रूप से अन्नाद्रमुक का नेतृत्व किया था, लेकिन इस साल की शुरुआत में दोनों ने अपनी अंदरूनी लड़ाई को सार्वजनिक कर दिया है. अब ईपीएस गुट की पकड़ मजबूत हो गई है. ईपीएस ने दावा किया कि अध्यक्ष ने विधानसभा में पार्टी के उपनेता के रूप में ओपीएस की जगह आरबी उदयकुमार को चुनने में अन्नाद्रमुक में बहुमत के फैसले का पालन नहीं किया.
पूरे मामले में शांत है ओपीएस
इस पूरे हंगामे के दौरान प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक धड़े का नेतृत्व करने वाली ओपीएस शांति से ईपीएस के बगल में बैठे रहे. अध्यक्ष ने प्रश्नकाल के दौरान बैठने पर किसी भी चर्चा की अनुमति नहीं दी, जो विशेष रूप से लोगों के मुद्दों के लिए है. उन्होंने ईपीएस से कहा कि उन्हें बाद में इस मुद्दे को उठाने का मौका मिलेगा, लेकिन विपक्ष के नेता ईपीएस नहीं माने.
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