नई दिल्लीः बाड़ा हिंदूराव इलाके में हुए डबल मर्डर को दिल्ली पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से वारदात में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया गया है. पुलिस ने खुलासा किया है कि यह वारदात इलाके में ही प्रॉपर्टी का काम करने वाले मुजीब और नईम को धमकाने के लिए की गई थी. जिसमें गोलियां राहगीरों को लग गईं. यह पूरा विवाद इलाके के बिल्डरों द्वारा बनाई जा रही एक इमारत को लेकर था, जिस पर नईम और मुजीब ने स्टे लगवा दिया था. पुलिस ने इस मामले में चौथे आरोपी को भी हिरासत में ले लिया है, जो इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है जिसका नाम फिरोज है. 


क्या है पूरा मामला 
8 जुलाई की शाम को बाडा हिंदूराव इलाके में 2 लोगो की गोलीमार कर हत्या की गई थी. शुरुआती जांच में पता चला था कि नईम और मुजीब को टारगेट किया गया था. झगड़ा उनसे था लेकिन गोली दो राहगीरों को लगी. जिसके बाद नार्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस के साथ साथ नार्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट, स्पेशल सेल आदि सभी यूनिट इस मामले की जांच में जुट गईं. पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली. 


जांच में सामने आया कि नईम और मुजीब की स्थानीय बिल्डरों के साथ लड़ाई चल रही थी. नईम और मुजीब ने ये भी बताया कि जिन हमलावरों ने गोली चलाई, वे इन दोनों से ही झगड़ा करने आये थे. नईम और मुजीब ने बताया कि हाल ही में इन्होंने एक बिल्डर की बिल्डिंग पर स्टे लगवाया था, जिसके बाद उस बिल्डिंग का डेमोलिशन भी कर दिया गया, तभी से वह बिल्डर धमकी भी दे रहा था. 


पुलिस ने जांच के दौरान 3 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके नाम राहुल (23), हिमांशु और मेहताब (52) हैं. राहुल गोली चलाने वालों में प्रमुख है. पुलिस के सामने कुछ और नाम सामने आये हैं, जिन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा. वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता फिरोज़ को भी हिरासत में ले लिया गया है. फिरोज़ बिल्डर है और उसी की बिल्डिंग को लेकर विवाद था. वहीं मेहताब फिरोज़ का ससुर है.


दिल्ली पुलिस ने बाड़ा हिंदूराव इलाके में हुए डबल मर्डर को सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि मामला प्रोपर्टी से जुड़े विवाद को लेकर था. हमलावर नईम और मुजीब को धमकाने के लिए आये थे लेकिन गोलीबारी में 2 बेगुनाहों को अपनी जान गवानी पड़ी. 


इस मामले में दिल्ली पुलिस के सामने 5वां नाम भी आया है, जो स्थानीय बिल्डर है और राजनीतिक रसूख भी रखता है. वह विधायक के चुनाव भी लड़ चुका है. इसके साथ ही पुलिस को कुछ सवालों के जवाब भी देने बाकी हैं, जैसे हमलावरों को कितने की सुपारी दी गयी.


यह भी पढ़ेंः


यूपी एडीजी प्रशांत कुमार का दावा- 15 अगस्त के पहले हमले की फिराक में थे आतंकी, ATS ने बड़ी साज़िश को किया नाकाम