नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के आखिरी हाथी को करीब दो महीनों की मशक्कत के बाद तलाश लिया है. 'लक्ष्मी' नाम की ये हथिनी दिल्ली में आखिरी हथिनी थी, जिसे 6 जुलाई को वन विभाग की टीम वाइल्ड लाइफ कमिटी के आदेश के बाद हासिल किया गया है. टीम के पहुंचने से पहले हथिनी को मालिक यूसुफ ने उसे महावत के साथ कही भेज दिया.
वन विभाग की टीम वाइल्ड लाइफ कमिटी के उस आदेश के बाद हथिनी को हालिस करने पहुंची थी, जिसमें कहा गया था कि दिल्ली में मौजूद हाथियों की दशा बेहद खराब है और उन्हें इनके मालिकों से कब्जे में लेकर तुरंत वनों में भेजा जाए.
दिल्ली में यमुना किनारे रहते हैं महावत, 7 हाथी ही बचे थे दिल्ली में
दिल्ली में 7 हाथी बचे थे, जिनकी दशा काफी खराब थी. हाई कोर्ट ने भी वन विभाग के सभी हाथियों को अपने कब्जे में लेकर वनों में छोड़ने का आदेश दिया था. वन विभाग ने छह हाथियों को अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन सातवी हथिनी लक्ष्मी बची थी. लक्ष्मी को अपने कब्जे में लेने के लिए पहुंची वन विभाग की टीम पर उस वक़्त यूसुफ के परिवार ने हमला कर दिया था. पुलिस ने इस मामले में सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और मारपीट करने का मामला भी दर्ज कर लिया है.
दिल्ली के डीएनडी पर शुक्रावार को दिल्ली पुलिस ने लक्ष्मी को महावत के साथ देखा
पुलिस के मुताबिक शुक्रावार रात पेट्रोलिंग टीम ने 'लक्ष्मी' को इसके महावत के साथ डीएनडी पर देखा, तभी पुलिस ने महावत सद्दाम को गिरफ़्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक 'लक्ष्मी' दिल्ली की आखरी हाथी थी जिसकी उम्र करीब 32 साल है. बाकी हाथियों को दिल्ली के बाहर भेजा जा चुका है.