मुंबईः वे कौन लोग थे जिन्होंने दक्षिण मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के करीब जिलेटिन छड़ों से लदी गाड़ी पार्क की थी, पुलिस अब तक इस सवाल का जवाब हासिल नहीं कर सकी है. हालांकि, पुलिस को कई सारे सुराग जरूर मिले हैं जिनसे उसकी जांच आगे बढ़ रही है. इन सुरागों से भले ही आरोपी का पता ना चल रहा हो लेकिन इतना जरूर पता चला है कि आरोपी बहुत शातिर है और उसे पुलिस की जांच के तौर तरीके मालूम है.


शुक्रवार की शाम को जब दक्षिण मुंबई के पेडर रोड इलाके में जिलेटिन छड़ों से लैस स्कॉर्पियो कार बरामद हुई तो पुलिस महकमे में सबकी सांसें फूल गई. जिस जगह पर ये गाड़ी खड़ी की गई थी वो जगह दुनिया के सबसे अमीर आदमियों में से एक मुकेश अंबानी के बंगले एंटीलिया से सिर्फ 600 मीटर के फासले पर ही थी. मुकेश अंबानी भारत के सबसे ज्यादा सुरक्षा प्राप्त उद्योगपतियों में से एक हैं. उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी और साथ में मुकेश अंबानी के कारों के काफिले में जिन नंबरों की कारें थी उनकी फर्जी नंबर प्लेट ए भी कार के भीतर रखी हुई थी. जो जिलेटिन की छड़ें कार में से बरामद हुई उनमें डेटोनेटर नहीं लगा हुआ था. यानी कि उनसे धमाका नहीं किया जा सकता था लेकिन कार के भीतर ही एक धमकी भरा खत भी बरामद हुआ जिसमें अंबानी परिवार को उड़ा देने की धमकी दी गई थी और कहा गया था की अगली बार पूरी तैयारी की हुई होगी.


मुंबई पुलिस ने शुरू की जांच 


अब मुंबई पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी लेकिन जांच में यह बात सामने आई कि अपराधी बेहद शातिर है. पुलिस ने पास की दुकान का एक सीसीटीवी हासिल किया जिसमें कार पार्क होते हुए दिखाई दे रही है. इस स्कार्पियो कार के साथ एक इनोवा कार भी थी. सीसीटीवी एक अहम सबूत तो है लेकिन इससे यह नहीं पता चलता कि स्कॉर्पियो कार वहां पार्क करने वाला शख्स कौन है क्योंकि जब इनोवा कार वहां से गुजर रही थी तो उसकी आड़ लेकर स्कॉर्पियो के पिछले दरवाजे से वो शख्स निकल भागा. इससे यह पता चलता है कि अपराधियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले उस इलाके का बारीकी से मुआयना किया था और उन्हें पता था कि सीसी टीवी कहां लगा हुआ है.


कार मालिक का लगा रही पता 


कार किसकी है ये पता करने के लिए पुलिस अक्सर कार का चेसिस नंबर और इंजन नंबर की जांच करती है. ये बात आरोपी जानते थे इसलिए उन्होंने ये दोनों नंबर मिटा दिया. जो धमकी भरा खत आरोपियों ने कार में रखा था वो रोमन लिपि में था लेकिन हिंदी भाषा में लिखा गया था. माना जा रहा है कि जानबूझकर आरोपी ने खत में अशुद्ध भाषा का इस्तेमाल किया. खत हाथ से लिखे होने के बजाय टाइप किया गया था ताकि लिखावट का मिलान किए जाने की कोई गुंजाइश ही ना रह जाए.


जल्द हो सकता है मामले का खुलासा


लेकिन पुलिस भी धीरे धीरे इस मामले की गुत्थी सुलझाने में सफल होती नजर आ रही है. पुलिस को ये पता चल गया है की जिलेटिन से लदी स्कॉर्पियो कार चोरी की है. इस कार को मुंबई के ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से चुराया गया था. जिस शख्स की ये कार है उससे पुलिस पूछताछ कर रही है. साथ ही पुलिस को उस इनोवा कार के मुंबई से बाहर निकलते वक्त का सीसीटीवी फुटेज भी मिल गया है. यह सीसीटीवी फुटेज मुंबई के मुलुंड टोल नाके से हासिल किया गया. मुकेश अंबानी को डराने की साजिश किसने रची इस सवाल को लेकर पुलिस कई कोणों से जांच कर रही है. जांच का एक एंगल इंडियन मुजाहिदीन का भी है. दिल्ली बम धमाकों के बाद इंडियन मुजाहिदीन की तरफ से जो धमकी भरे ई-मेल भेजे गए थे उनमें से एक ई-मेल में मुकेश अंबानी को भी टारगेट किया गया था.