मुम्बई: गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम को वैश्विक आतंकवादी करार दिए जाने के बावजूद अधिकारियों को शहर में उसकी संपत्ति कब्जे में लेने में कानूनी अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है.


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रशासन का संगठित तरीके से इब्राहिम की संपत्ति कब्जा में लेने का प्रस्ताव है. लेकिन कुछ कानूनी अड़चनें हैं. ’’ दाऊद की कुछ संपत्तियां, जहां से उसने संगठित अपराध शुरू किया था, कानूनी विवादों में फंसी है. कुछ अन्य संपत्तियों की प्रशासन ने नीलाम कर दी हैं.


अधिकारी ने बताया है कि जिन संपत्तियों की नीलामी हुई है, उनके सिलसिले में खरीदने वाले धन की कमी की वजह से रकम भुगतान नहीं कर पाये हैं. बता दें कि यह टिप्पणी इस हफ्ते ब्रिटिश प्रशासन द्वारा ब्रिटेन में दाऊद की संपत्ति जब्त कर लेने की खबरों के बीच आयी है .


भारतीय अधिकारी इस संबंध में ब्रिटिश समकक्ष के साथ बातचीत में लगे हैं. उसने 2015 में एक डोजियर भेजा था जिसमें दाऊद की मकान, फ्लैट और होटल जैसी दर्जन से अधिक संपत्तियां हैं.


भारत सरकार का रुख दाऊद को वापस देश में लाने का रहा है. बताया जाता है कि 1993 के मुम्बई बम धमाकों का मुख्य आरोपी 61 साल का अंडरवर्ल्ड डॉन पाकिस्तान में है और पाकिस्तान उसे यहां कानून का सामना करने के लिए वापस लाने में अड़चनें खड़ी करना पड़ रहा है.