लखनऊ: पुलिस के व्यवहार को लेकर अक्सर कई तरह के वाकये और किससे सुनने को मिलते हैं. फिल्मों से लेकर टीवी और अखबारों में भी पुलिस को लेकर कई तरह की खबरें और बातें सामने आती हैं. इस पुलिसिया ढर्रे में बदलाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में पुलिस रिफॉर्म से ज्यादा पुलिसिंग में रिफॉर्म की जरूरत है.
लखनऊ में पुलिस के अधिकारियों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जनता का पुलिस को और पुलिस का जनता को देखने का नजरिया बदलना चाहिए. कार्टून और हिंदी फिल्मों में पुलिस का मजाक बनता है लेकिन कोई ऐसी सेवा नहीं है जिसमें 35 हजार लोगों ने अपनी जान दी हो.
ऐसे में पुलिस को मन से काम करना होगा क्योंकि जबतक मन नहीं जुड़ेंगे तो कुछ नहीं हो सकता. भावना अच्छी होना बेहद जरूरी है और ये परिवर्तन हम सबको करना होगा. ट्रैफिक से लेकर त्यौहारों तक पुलिस का जवान जनता की खुशहाली के लिए तत्पर रहते हैं. ऐसे में नजरिया बदला जाना बहुत जरूरी है. पुलिस के प्रति सम्मान खड़ा किये बिना आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती.
कानून में व्यापक बदलाव की तैयारी में केंद्र सरकार
लखनऊ में आयोजित 47वीं साइंस कांग्रेस के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कानूनों में बदलाव के साथ साथ समय के हिसाब से पुलिस का कामकाज बदलने को लेकर भी महत्वपूर्ण बातें कहीं. उन्होंने कहा कि हम आईपीसी और सीआरपीसी में बदलाव करेंगे क्योंकि ये उस वक्त का कानून है जब ब्रिटिश हमपर हुकूमत करते थे.
ब्रिटिश सरकार की प्राथमिकता भारत के नागरिक नहीं थे, इसलिए जबतक नागरिकों को प्राथमिकता मानकर कानून ना हो, तबतक बेहतर माहौल नहीं हो सकता. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कानून में बदलाव के लिए सुझाव मांगा. शाह ने कहा कि फील्ड में अच्छा बुरा झेलने वाले सब-इंस्पेक्टर से लेकर इंस्पेक्टर तक से सुझाव लेकर हमें बताइये, आपके सुझाव से हम कानून में व्यवहारिक बदलाव लाएंगे.
पुलिस बनाने के लिए संस्थान खोलेगा केंद्र
अमित शाह ने एक ऐसा संस्थान खोलने की बात भी कही, जहां दसवीं पास ऐसे बच्चों को दाखिला दिया जाएगा, जो तय कर चुके होते हैं कि आगे उन्हें पुलिस में जाना है. उन्होंने कहा कि इस संस्थान में पुलिसिंग की हर विधा की पढ़ाई कराई जाएगी. रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी या कॉलेज हर राज्य में होगा ताकि वहां बच्चों को पुलिस में जाने की व्यवहारिक शिक्षा उस संस्थान में दी जा सके.
वहां ना सिर्फ पुलिस की कार्यप्रणाली का व्यवहारिक पक्ष बल्कि तकनीकी और फॉरेंसिक साइंस जैसी चीजें सिखाई जाएंगी, ताकि पुलिस में जाने वाला जवान हर तकनीक में माहिर हो. शाह ने कहा कि इसके लिए हर राज्य को केंद्र की मदद के लिए संस्थान खोलने चाहिए.
देश की बढ़ती ताकत को रोकने के लिए दुश्मन कर रहे अस्थिर करने की कोशिश
पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा का दायरा बहुत बड़ा है. उसपर से जब चारों तरफ से देश को अस्थिर करने की कोशिश हो रही हो, तब हम सबकी जिम्मेदारी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. 130 करोड़ का बाजार भारत को दुनिया में प्रमुख बनाता है.
हमारा लक्ष्य 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर तीन सर्वश्रेष्ठ अर्थव्यवस्था में शामिल होने का है. इसलिए हमको अस्थिर करने की कोशिश को हमें रोकने के लिए आंतरिक सुरक्षा को मजबूत किया जाना बेहद जरूरी हो जाता है. पाकिस्तान से होने वाली हरकत को देखते हुए सुरक्षाबलों और स्थानीय पुलिस में ऐसा समन्वय होना चाहिए कि गड़बड़ी की कोई गुंजाइश ना रह जाये.
योगी आदित्यनाथ की अमित शाह ने तारीफ की
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ढाई साल के शासन की गृह मंत्री अमित शाह ने तारीफ करते हुए कहा कि योगी के सीएम बनने से पहले यूपी की चर्चा खराब कानून व्यवस्था वाले राज्यों के तौर पर होती थी लेकिन मैं गर्व से कह सकता हूँ कि योगी आदित्यनाथ की मोटिवेशनल लीडरशिप की वजह से यूपी की कानून व्यवस्था बेहतर हो गई है.
उन्होंने अयोध्या और कश्मीर में का उदाहरण देते हुए कहा कि अयोध्या का फैसला आया लेकिन पूरे प्रदेश में कहीं से भी किसी दुर्घटना की खबर नहीं आयी. ऐसे ही कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बावजूद पुलिस की गोली से एक भी मौत ना होना पुलिसिंग के बेहतर तरीके को बताते हैं. इसलिए हमारा उद्देश्य व्यवस्था में परिवर्तन करना होना चाहिए.
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