Fatehpur Religious Conversion Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर जिले में कथित अवैध धर्म परिवर्तन के आरोप में एक कुलपति सहित 10 नामजद लोगों और 50 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. यह जानकारी पुलिस ने शनिवार (21 जनवरी) को दी. सर्किल अधिकारी (शहर) वीर सिंह ने कहा कि पुलिस ने सुलतानपुर जनपद के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के बहाउद्दीनपुर गांव के रहने वाले सर्वेंद्र विक्रम सिंह की शिकायत के जवाब में मामला दर्ज किया है.
सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने शिकायत में कहा कि वह 25 जनवरी, 2021 को किसी काम के लिए फतेहपुर आया था. जहां उसकी मुलाकात खागा कोतवाली के सुजरही गांव के रहने वाले रामचंद्र नामक व्यक्ति से हुई थी. जिसने उन्हें बताया कि प्रयागराज का सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (SHUATS) ईसाई धर्म अपनाने पर पैसा दे रहा है और यह उनके परिवार के लिए चल रहे खर्च को भी वहन करेगा.
पैसे और नौकरी का लालच दिया
रामचंद्र सर्वेंद्र को देवीगंज के इंडियन प्रेस चर्च ले गया, जहां उसकी मुलाकात एक पादरी से हुई. पादरी ने रुपये देने की बात कह कर शुआट्स में उसकी नौकरी लगवाने का भी लालच दिया. इसके बाद सर्वेन्द्र झांसे में आकर पादरी के साथ नैनी चला गया था. जहां धर्म परिवर्तन हुआ. उन्होंने कहा कि शुआट्स संस्था के वाइस चांसलर आरबी लाल उन 10 लोगों में शामिल हैं जिनके नाम एफआईआर में हैं.
60 लोगोंं के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस अधिकारी ने कहा कि बुधवार को सदर कोतवाली पुलिस ने एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट (शुआट्स) के निदेशक विनोद बी. लाल, कुलपति आरबी लाल, इनके पुत्र डॉ. जोनाथन लाल, अजय लारेंस, प्रवक्ता रमाकांत दुबे, एसबी लाल, स्टीफेन पास, डेरिक डेनिस, रामचंद्र, देवीगंज चर्च के पादरी समेत 10 नामजद के अलावा 50 अज्ञात के खिलाफ धर्मांतरण कानून की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा, "सर्वेंद्र ने हिंदू (Hindu) धर्म से ईसाई धर्म (Religious Conversion) अपना लिया था. इसके बाद वह फिर से हिंदू धर्म में परिवर्तित हो गया और फिर अपनी गलती का एहसास होने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई."
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