ग्वालियर: गोली चलाने वाले पर पुलिस ने दर्ज किया केस, अब गिरफ्तारी के लिए तलाश
राजा चौहान फिलहाल फरार है, पुलिस उसे तलाश कर रही है. राजा चौहान के पिता का दावा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स राजा चौहान नहीं बल्कि कोई और है.
नई दिल्ली: एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों ने कल देशभर में प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन के दौरान 9 लोगों की मौत हो गई. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक युवक को भीड़ पर गोली चलाते देखा गया. इसका वीडियो भी वायरल हुआ है.
पुलिस ने युवक की पहचान राजा चौहान के तौर पर की है. राजा चौहान के खिलाफ पुलिस ने धारा 308 में केस दर्ज कर लिया है. राजा चौहान फिलहाल फरार है, पुलिस उसे तलाश कर रही है. वहीं दूसरी ओर राजा चौहान के पिता का दावा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स राजा चौहान नहीं बल्कि कोई और है.
सुप्रीम कोर्ट का फैसले में तुरंत बदलाव से इंकार एससी/एसटी (अत्याचार रोकथाम) कानून में बदलाव के खिलाफ देशभर में जारी दलित आंदोलन के बीच आज सुप्रीम कोर्ट ने अपने पुराने फैसले में बदलाव से इंकार किया है. अब अगली सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी. सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों से 3 दिन के भीतर लिखित नोट जमा करने को कहा है.
देशभर में हिंसा 20 मार्च के फैसले के खिलाफ जारी राजनीतिक लड़ाई सोमवार को सड़कों पर दिखी. दलित संगठन, राजनेता सड़कों पर उतरे. देश के कई हिस्सों में आगजगी हुई, कर्फ्यू जैसे हालात बने. कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत, माकपा-भाकपा, बीएसपी, कांग्रेस, आरजेडी समेत कई दलों ने आंदोलन और भारत बंद का समर्थन किया. हालांकि इस दौरान हुई हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की.
दलित संगठनों के भारत बंद के दौरान सरकार बैकफुट पर दिखी. सरकार ने दावा किया कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर कर चुकी है. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी आज लोकसभा में बयान दिया. सरकार की दलितों और जनजातियों के लिए वर्तमान आरक्षण नीति में बदलाव की कोई मंशा नहीं है. राजनाथ सिंह ने लोकसभा में अपने बयान में उन अटकलों को खारिज कर दिया जिसमें यह कहा जा रहा है कि सरकार आरक्षण प्रणाली को समाप्त करना चाहती है. उन्होंने कहा, "आरक्षण नीति को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं, यह गलत हैं."
हालांकि कई विपक्षी दलों का कहना है कि अगर सरकार इतनी ही दलितों के अधिकार को लेकर सजग थी तो अध्यादेश लेकर आ सकती थी. राहुल गांधी ने सोमवार को कहा था, ''दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है. जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं. हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की मांग कर रहे हैं. हम उनको सलाम करते हैं.''