चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने शनिवार को निर्णय लिया कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा को दी गई पुलिस सुरक्षा वापस ले ली जाए. सरकार ने कहा कि बाजवा को अब किसी से खतरा नहीं है, इसलिए राज्य पुलिस की ओर से दी गई सुरक्षा वापस ली जानी चाहिए.
इससे पहले बाजवा और एक अन्य कांग्रेस सांसद शमशेर सिंह दूलो ने राज्य में जहरीली शराब त्रासदी की सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग की थी. राज्य कांग्रेस इकाई ने शुक्रवार को आलाकमान को पत्र लिखकर इन दोनों राज्यसभा सदस्यों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए निष्कासित करने की मांग की थी.
वहीं दूसरी तरफ, बाजवा ने 'पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए' मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को तत्काल हटाने की मांग की थी. बाजवा ने कहा था, “यदि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को नहीं हटाया जाता है तो पंजाब में पार्टी का नाश हो जाएगा.”
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यहां कहा, “पंजाब सरकार ने कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा की राज्य पुलिस सुरक्षा हटाने का निर्णय लिया है. हमारी समीक्षा में पाया गया कि उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है और अब उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से प्रदान की गई केंद्रीय सुरक्षा दी जाएगी.”
प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से व्यक्तिगत सुरक्षा प्राप्त करने के बाद बाजवा को दी गई राज्य पुलिस सुरक्षा का कोई अर्थ नहीं था.
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