Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में सरपंच की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझाया, 3 आतंकी किए गिरफ्तार
Sarpanch Murder Case: जम्मू-कश्मीर में सरपंच की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने 3 आतंकी और उनके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है. इन आतंकियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है.
LeT Terrorist Arrest: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक सरपंच की हत्या के मामले को सुलझा लिया है और कड़ी मशक्कत के बाद तीन आतंकवादियों को उनके सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया है. आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के हैं और हत्या में प्रयुक्त हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है. उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के पट्टन के गोशबुग इलाके में 15 अप्रैल को अज्ञात आतंकवादियों ने सरपंच नूर मोहम्मद यातू की हत्या कर दी थी. पुलिस के अनुसार मामले की जांच के दौरान गोशबुग पट्टन निवासी 3 संदिग्ध नूर मोहम्मद यातू, मोहम्मद रफीक पर्रे और आशिक हुसैन पर्रे को गिरफ्तार किया गया.
आतंकियों ने किया खुलासा
गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया कि वे लश्कर-ए-तैयबा के एक ओजीडब्ल्यू मोहम्मद अफजल लोन के संपर्क में थे, जिन्होंने लश्कर में नूर मोहम्मद यातू को भर्ती किया था. नूर मोहम्मद ने बाद में मोहम्मद रफीक पर्रे और आशिक हुसैन पारे को आतंकवादी रैंक में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. कुछ दिनों के बाद लोन ने हथियार और गोला-बारूद भेजा जिसमें दो पिस्तौल, दो हथगोले और दो पत्रिकाएं शामिल थीं, जिसमें राजनीतिक संबद्ध व्यक्तियों विशेषकर पट्टन क्षेत्र के सरपंचों को मारने के निर्देश थे. लेकिन इससे पहले कि योजना को अंजाम दिया जा सके, लोन और उसके अन्य तीन सहयोगियों को पल्हालन ग्रेनेड विस्फोट मामले में पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
इस तरह से बनाई आगे की योजना
उनकी गिरफ्तारी में तीनों की कार्रवाई में देरी हुई और वे तब तक निष्क्रिय रहे जब तक कि दो स्थानीय उग्रवादियों जैसे वुसन पट्टन के उमर लोन और गुलजार गनी ने उनसे हथियार और गोला-बारूद और दिए गए कार्यों के बारे में नहीं पूछा अधिकारी ने उनसे कहा कि सरपंचों की हत्या के दिए गए कार्यों को पूरा करें. इसके बाद साजिशकर्ताओं ने लक्ष्य निर्धारित किया और सरपंच मंजूर अहमद बंगरू (अब मृतक) की रेकी की गई और उसकी हत्या के लिए एक तारीख तय की. उस दिन आशिक ने फेसबुक मैसेंजर के जरिए उग्रवादी उमर लोन से बात की और उसे उस योजना के बारे में जानकारी दी, जिसे आतंकवादियों ने 15 अप्रैल को चंद्रहामा पट्टन के बागों में सरपंच की हत्या करके अंजाम दिया था.
इस मामले पर पुलिस अधिकारी ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि आगे की पूछताछ में यातू ने खुलासा किया कि उसने उमर लोन को हथियार दिए थे, हालांकि उसके पास अभी भी कई हथियार और कुछ जिंदा गोलियां हैं, जो उसके घर में एक सीलबंद बॉक्स में हैं. उसके बताए गए हथियारों और गोलियों को जब्त कर लिया गया और आगे की कार्रवाई जारी है. इस मामले में अब तक 3 पिस्टल, 2 ग्रेनेड, 3 मैगजीन और 32 गोलियां बरामद की गई हैं.
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