नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज को 24 घंटे बाद खाली करा लिया गया है. खाली कराने के बाद जगह को सील कर दिया गया है. कल देर रात तक ऑपरेशन चलता रहा. अब यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बैरिकेडिंग भी कर दी गई है. इसके साथ ही मरकज मामले में मौलाना साद और तब्लीगी जमात के दूसरे लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. महामारी अधिनियम 1897 और आईपीसी की दूसरी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.


वहीं इस मामले में नया खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक यहां से निकल कर विदेशी नागरिकों में से 157 ने दिल्ली की 16 मस्जिदों में शरण ली थी. अब प्रशासन और सरकार ने उन मस्जिदों की पहचान कर रही है ताकि संक्रमण को रोका जा सके. दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने ऐसे 16 मस्जिदों की लिस्ट जारी की है.





कौन कौन सी मस्जिद में ठहरे विदेशी नागरिक
मक्का मदीना मस्जिद, भलस्वा डेयरी. फातिमा मस्जिद, पुल प्रहलादपुर, मेवाती मस्जिद, पुल प्रहलादपुर, कीकर वाली मस्जिद, चांदनी महल, छोटी मस्जिद, पटौदी हाउस रोड, पठान वाली मस्जिद, चांदनी महल, हौज सुई वालान मस्जिद, चांदनी महल, छोटी मस्जिद, तुर्कमान गेट, जामा मस्जिद, वजीराबाद, बड़ी मस्जिद, मालवीय नगर, जहांपनाह मस्जिद, मालवीय नगर, वाहिद मस्जिद, शास्त्री पार्क, रशीदिया मस्जिद, शास्त्री पार्क, खजूर वाली मस्जिद, वेलकम, गोल बाग वाली मस्जिद, वेलकम, मेराज मस्जिद, जनता कॉलोनी


मरकज से लौटे गायब लोगों की तलाश जारी
दिल्ली के भारत नगर इलाके से 8 विदेशी नागरिक मिले. मंगोलपुरी के ब्लॉक मस्जिद में भी 7 लोग मिले जिनकी जांच हो रही है क्या ये निजामुद्दीन से आए थे. जाकिर नगर इलाके में जनता कर्फ्यू के दिन 50 लोग अबू बकर मस्जिद पहुंचे थे. लेकिन पुलिस को वहां सिर्फ 9 लोग मिले जिन्हें क्वॉरन्टीन कर दिया गया है बाकी 41 लोगों की तलाश जारी है. पुलिस ने नॉर्थ-ईस्ट जिले से 48 विदेशी नागरिकों को तलाश कर जांच के लिए भेजा है. स्पेशल ब्रांच ने 200 ऐसे लोगों की जानकारी सभी रेंज के जॉइंट कमिश्नर को दी है जो मरकज से लौटे थे लेकिन गायब हैं. ऐसे लोगों को तलाश कर क्वॉन्टीन करने को कहा गया है.


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, रविवार देर रात दिल्ली पुलिस को खबर मिली कि निजामुद्दीन इलाके में कई लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए हैं. दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी मेडिकल टीम लेकर यहां पहुंचे और इलाके को बंद करने के बाद टेस्ट के लिए लोगों को ले गए. पूरा इलाका सील है. इसमें तब्लीग़-ए-जमात का मुख्य केंद्र, इस केंद्र के सटे हुए निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन और बगल में ही ख्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह है. पुलिस वालों का कहना है कि वे लोगों की पहचान करके उन्हें अस्पताल में क्वॉरन्टीन के लिए भेज रहे हैं.