दिल्ली: पुलिस टॉप सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल दिल्ली दंगो को लेकर दर्ज एफआईआर में चार्जशीट आज दोपहर बाद कोर्ट मे दाखिल करेगी.  इस चार्जशीट को लेकर मंगलवार को लोधी कॉलोनी स्थित स्पेशल सेल के दफ्तर मे सीनियर अधिकारियों की कई घंटों मीटिंग चली. सूत्रों का कहना है कि सभी तैयारियां पूरी हो चूकि है.


इस एफआईआर में दिल्ली दंगों की पूरी साजिश सामने आएगी. इसे साजिश, दंगो, देशद्रोह और यूएपीए जैसी संगीन धाराओं में आरोपी बनाया गया है. स्पेशल सेल अधिकारियों के मुताबिक इस चार्जशीट में सभी 20 आरोपियों को यूएपीए के तहत आरोपी बनाया गया है. दिल्ली दंगो को लेकर तैयार की गई इस चार्जशीट मे दिल्ली दंगो की पूरी कॉन्सपिरेसी अन अर्थ की गई है. कैसे सड़को पर बैठकर धरने से लेकर भीड़ को जुटाने तक साजिश रची गई.


कैसे कई संगठनों ने हाथ मिलाया जिसमे पिंजरा तोड़, पीएफआई, जामिया को ऑर्डिनेशन कमिटी, यूनाइटेड अगेंस्ट हेट. जमिया यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र, और जेएनयू/जामिया के मौजूदा छात्र शामिल थे. साथ ही एन्टी सीएए प्रोटेस्ट और दंगाइयों को कई संगठनों ने किस तरीके से फंडिंग की.


स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक जांच में ये बात सामने आयी है कि इस तरीके से माहोल बनाया गया कि सरकार की पॉलिसीस और फैसले माइनॉरिटी और मुस्लिम के खिलाफ है. इसके लिए दिल्ली के अलग अलग इलाको में कई लीडर ने भड़काऊ भाषण दिए. कई व्हाट्सएप्प ग्रुप प्रोटेस्ट की प्लांनिंग के लिए बनाए गए. इन पर डिस्कशन होता था, ओर तैयारियां की गई.


जफराबाद मेट्रो स्टेशन में बाहरी लोगों को साजिश के तहत हथियार और दूसरा असले उपलब्ध कराए गए. सूत्रों का कहना है कि उमर खालिद से कई दौर की पूछताछ की गई है और पक्के सबूत है कि वो व्हाट्सप्प ग्रुप्स में एक्टिव था और एन्टी सीएए प्रोटेस्ट ऑर्गनाइज़ कर रहा था. साथ ही वहां भड़काऊ भाषण दे रहा था. उमर खालिद ने ही ताहिर हुसैन और खालिद सैफ़ी ने उकसाया था.


यह भी पढ़ें.


संसद में सरकार ने कहा- पिछले 6 महीनों में भारत-चीन सीमा पर कोई घुसपैठ की सूचना नहीं