पणजी: गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर दिल्ली के एम्स में इलाज के लिए भर्ती हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उनसे मिलने एम्स जाने वाले हैं. इस बीच गोवा में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है. दिल्ली से बीजेपी की एक टीम गोवा पहुंची हुई है और वहां बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हो रही है. सरकार की सहयोगी महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी ने सीएम बदलने की मांग की है लेकिन दिल्ली से गए बीजेपी नेता रामलाल ने सीएम बदलने से इनकार कर दिया है.
रामलाल ने कहा, ''बैठक में जो होता है वो बाहर नहीं आता और जो बाहर आता है वो बैठक में नहीं होता. कोर कमिटी की बैठक गोवा में नेतृत्व बदलने के लिए नहीं बुलाई गई. संगठन को मज़बूत करने, सरकार को स्थिर रखने पर विचार विमर्श किया जाएगा. सरकार को कोई ख़तरा नहीं. मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा भी नहीं.''
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के आदेश पर बीजेपी के तीन निरीक्षकों की टीम रविवार दोपहर गोवा पहुंची. जहाँ सबसे पहले उन्होंने बीजेपी के विधायकों से बैठक कर उनकी राय जानी. जिसके बाद मित्र पक्ष एमजीपी और गोवा फ़ॉरवर्ड के नेताओं से उन्होंने मुलाक़ात की. गोवा फ़ॉरवर्ड के मुखिया विजय सरदेसाई अपनी पार्टी के दो मंत्री और पर्रिकर सरकार को समर्थन देनेवाले तीन निर्दलीय विधायकों के साथ बीजेपी के तीन सदस्यों के दल से मिले. विजय सरदेसाई और उनके साथियों ने अपनी बात रखते हुए राज्य की मौजूदा स्थिति के लिए कोई ठोस और स्थायी विकल्प चुनने की माँग की.
वहीं एमजीपी के सुधीन ढवलीकर ने अपने एक मंत्री के साथ बीजेपी के निरिक्षकों से मुलाक़ात की जिसमें उन्होंने कहा कि अगर राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए अस्थायी व्यवस्था की जाएगी तो मुख्यंमंत्री पद वरिष्ठ सहियोगी को दिया जाए. अगर ऐसा नहीं किया जा रहा तो राज्य सुचारू रुप से चलाने के लिए महत्वपूर्ण मंत्रालय/विभाग उन्हें दिये जाए. एमजीपी की इस माँग का गोवा फ़ॉरवर्ड ने विरोध किया है. उनका कहना है कि उन्होंने गोवा के हित के लिए मनोहर पर्रिकर को समर्थन दिया था और दुसरा कोई मुख्यमंत्री उन्हें मंज़ूर नहीं होगा.
वहीं दोनों ही पार्टीयां और तीन निर्दलीय विधायकों से मुलाक़ात के बाद अगले दो दिनों में कोई निर्णय लेने का आश्वासन बीजेपी की तरफ़ से दिया गया है. लेकिन गोवा बीजेपी के नेताओं ने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ही रहेंगे ऐसा ऐलान कर दिया है.
एमजीपी टूटने का खतरा
महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के टूटने का खतरा पैदा हो गया है. दो विधायक और पर्यटन मंत्री बाबू असगांवकर और GSIDC चेयरमैन दीपक पौसकर बीजेपी के संपर्क में हैं. पणजी के होटल में दिल्ली से आए बीजेपी नेताओं से मिले भी हैं.