पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के साथ तनाव के बीच राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने कहा कि उन्होंने राज्य में इंसान के खून से सियासी होली देखी है. उन्होंने राज्य में चुनाव के दौरान हिंसा, उपद्रव की घटनाओं में हुई मौतों और कानून व्यवस्था को लेकर बात की.
द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में आनंद बोस ने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में गुंडा राज है. इन इलाकों में हिंसा, अपराध और भ्रष्टाचार देखे गए हैं. आनंद बोस ने कहा कि इन इलाकों में नियम-कानून लागू करने की सुस्त व्यवस्था है. उन्होंने नई जेनरेशन, सिविल सोसाइटी और लोगों से साथ आने की अपील की है.
क्या बोले राज्यपाल सी वी आनंद बोस
इंटरव्यू में उनसे पंचायत चुनाव में हुई हिंसा और उपद्रव की घटनाओं में हुई मौतों और राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल पूछा गया था. इसके जवाब में आनंद बोस ने कहा, 'मैं साहित्य का स्टूडेंट हूं. यदि मैं शेक्सपियर को कोट करूं... मैंने मैदान में क्या देखा? धोखे से हत्या और हत्या फिर, तर्क वहशी जानवरों की ओर चला गया, और मनुष्य ने अपना विवेक खो दिया. जब मैं उन लोगों को इसे उचित ठहराते हुए देखता हूं तो मैं केवल यही सोच सका- वे सम्माननीय व्यक्ति हैं, सभी बेहद सम्माननीय.'
इंसानी खून से सियासी होली देखी- आनंद बोस
आनदं बोस ने आगे कहा, 'मैंने फील्ड में इंसानी खून से सियासी होली देखी है. राज्य के बहुत सारे हिस्सों में गुंडाराज है, जहां आपराधिक गतिविधियां और हिंसाएं होती हैं. ऐसी स्थिति मैंने वहां देखी है. इसके लिए लोगों, सिविल सोसाइटी और नई जेनरेशन को साथ आने की जरूरत है. इन इलाकों में एक और चौंकाने वाली चीज देखने के लिए मिली कि वहां कानून और नियम है, लेकिन उसको लागू करने की व्यवस्था सुस्त है.'
ममता सरकार और राज्यपाल के बीच क्या है विवाद
राज्य के विश्वविद्यालों में अंतरिम कुलपति की नियुक्ति को लेकर शुरू हुए विवाद के कारण टीएमसी सरकार और राज्यपाल आनंद बोस के रिश्तों में कड़वाहट बढ़ती जारी है. शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के साथ जुबानी जंग के बाद रविवार को उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार को गोपनीय चिट्ठी लिखी थी.