नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन अभी से ही सियासी बवाल बढ़ता ही जा रहा है. ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर बीजेपी चुनाव हार जाती है तो वह ममता बनर्जी की हत्या तक करवा सकती है. सुब्रत मुखर्जी के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि हार के डर से टीएमसी बौखला गई है.
दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है. पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी और पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करने की हुंकार भरी है. इसके साथ ही उन्होंने ममता सरकार पर संविधान की अवहेलना करने का आरोप भी लगा दिया. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान से कोई लेना देना नहीं है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. ये देश एक संघीय ढांचे के अनुसार चलता है. शायद ममता बनर्जी को भारत के संविधान में कोई विश्वास नहीं है.
उधर पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष को मानीकचक में होने वाली कल की रैली की इजाजत नहीं दी गई है. स्थानीय पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने का आरोप बताते हुए रैली की इजाजत नहीं दी. दूसरी तरफ हालिशहर में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में टीएमसी के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया.
इन सब के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की. उन्होंने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि बंगाल में प्रशासन पूरी तरह से फेल है. ममता बनर्जी को देश का संविधान क्या है ये पता भी नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर तीन आईपीएस अधिकारियों को गृह मंत्रालय बुलाया गया है. ममता बनर्जी ने जाने से मना किया है और कहा कि ये संवैधानिक नहीं है. दरअसल, वो भारत के संविधान को नहीं मानती हैं.
वहीं टीएमसी के मंत्री के बयान पर अनुपम हाजरा ने कहा कि ये बात सुनकर हंसी आ रही है. उन्होंने कहा, “जो पार्टी हर दिन हमारे कार्यकर्ताओं का खून कर रही है, उनसे ये सुनना कि ममता बनर्जी की हत्या हो सकती है...ये एक तरह का जोक (मजाक) है. जितने भी खूनी और मर्डरर हैं इनका डीलरशिप ममता बनर्जी ने ले रखा है.”