असम के पूर्व CM तरुण गोगोई: इंदिरा के जमाने में कद बढ़ा, नरसिम्हा के दौर पद मिला, 6 बार सांसद और 4 बार विधायक रहे
मुख्यमंत्री के तौर पर तरुण गोगोई ने असम में सबसे लंबा कार्यकाल बिताया है. तरुण गोगोई 18 मई 2001 को पहली बार असम के मुख्यमंत्री बने थे.
नई दिल्ली: असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का सोमवार को गुवाहाटी में निधन हो गया है. उन्होंने गौहाटी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में आखिरी सांस ली. तरुण गोगोई असम के तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इसके साथ ही असम के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के तौर पर भी तरुण गोगोई को जाना जाता है. तरुण गोगोई की सेहत काफी लंबे वक्त से खराब थी. जिसके कारण उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. वहीं थोड़े वक्त पहले तरुण गोगोई को कोरोना संक्रमण भी हो चुका था. असम के तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके 84 साल के तरुण गोगोई का सोमवार शाम 5 बजकर 34 मिनट पर निधन हो गया.
मुख्यमंत्री के तौर पर तरुण गोगोई ने असम में सबसे लंबा कार्यकाल बिताया है. तरुण गोगोई 18 मई 2001 को पहली बार असम के मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद तरुण गोगोई ने लगातार तीन बार असम के सीएम पद का दायित्व संभाला. तरुण गोगोई 2001 से लेकर लगातार तीन कार्यकाल तक 24 मई 2016 तक असम के मुख्यमंत्री के पद पर बने रहे. तरुण गोगोई ने असम के सीएम पद पर रहते हुए 5485 दिन का कार्यकाल बिताया.
6 बार सांसद, चार बार विधायक
तरुण गोगोई का जन्म 1 अप्रैल 1936 को असम के जोरहाट जिले के रंगाजन टी एस्टेट में हुआ था. अपने क्षेत्र से ही तरुण गोगोई ने अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी. तरुण गोगोई का साल 1968 में जोरहाट के म्युनिसिपल बोर्ड के सदस्य के रूप में चयन हुआ था. वहीं तरुण गोगोई कांग्रेस के काफी लोकप्रिय नेताओं में से एक थे. जनता का भी उन्हें काफी प्यार मिला, जिसकी बदौलत तरुण गोगोई कांग्रेस की टिकट पर 6 बार (1971, 1977, 1983, 1991 1998, 1999) लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद चुने गए. अपने जीवन में वो सांसद के तौर पर जोरहाट और कलियाबोर सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसके अलावा तरुण गोगोई चार बार (1997–1998, 2001, 2006, 2011) विधायक भी रहे हैं.
केंद्र में भी किया काम
साल 1976 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के वक्त उनका कद कांग्रेस में बढ़ गया. इस दौरान तरुण गोगोई को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाया गया था. इसके बाद वो पार्टी में महासचिव के पद पर भी रहे. वहीं पीवी नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री बनने पर तरुण गोगोई को खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री का कार्यभार भी मिला.
यह भी पढ़ें:
असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का निधन
तरुण गोगोई के निधन पर सोनिया गांधी ने जताया दुख, बताया- पार्टी का कद्दावर नेता