Prashant Kishor On Bihar Politics: चुनावी रणनीतकार प्रशांत किशोर ने बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें हाल ही में साथ काम करने का ऑफर दिया था जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. प्रशांत किशोर 'जन सुराज' पदयात्रा निकाल रहे हैं. मंगलवार (4 अक्टूबर) को उनकी यात्रा का तीसरा दिन था.
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि उन्होंने ये कहते हुए सीएम को मना कर दिया कि वह 3,500 किलोमीटर की पदयात्रा कर रहे हैं और इस दौरान ऐसा "जन बल (लोगों की शक्ति)" बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसके खिलाफ कोई शक्ति खड़ी नहीं हो सकती. प्रशांत किशोर अपनी यात्रा के तीसरे दिन पश्चिमी चंपारण के जमुनिया गांव में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने पटना में सीएम नीतीश कुमार के साथ की अपनी हालिया मुलाकात का जिक्र किया.
दोनों के बीच हुई थी बैठक
पिछले महीने ही नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच पटना में सीएम आवास पर ये बैठक हुई थी जिसको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी. हालांकि किसी भी पक्ष ने यह खुलासा नहीं किया था कि बैठक में क्या हुआ. प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह अपनी यात्रा की समाप्ति के बाद एक राजनीतिक दल शुरू करेंगे.
पीके ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में नीतीश कुमार ने हारने के बाद, मेरी मदद मांगी थी. मैंने 2015 की विधानसभा जीत के लिए उनके साथ हाथ मिलाया. दस-पंद्रह दिन पहले, उन्होंने मुझे फिर से काम करने का प्रस्ताव देने के लिए बुलाया था. मैंने कहा कि अब यह संभव नहीं है क्योंकि मैं 3,500 किलोमीटर की पदयात्रा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.
ललन सिंह के बयान पर किया पलटवार
प्रशांत किशोर ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के 'जन सुराज' पदयात्रा को शुरू करने के लिए धन के स्रोत पर चुटकी लेने का भी जवाब दिया. उनका नाम लिए बिना प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने उन लोगों से कोई पैसा नहीं लिया, जिनके लिए मैंने काम किया था. मैं इसे अभी ले रहा हूं क्योंकि मुझे यात्रा के विविध खर्चों को पूरा करना है. मैंने अपनी प्रतिभा का उपयोग करते हुए 10 साल तक काम किया, दलाली नहीं की है.
नीतीश कुमार पर कई बार साधा निशाना
पीके ने हाल ही में कई बार सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधा है. बीते रविवार (2 अक्टूबर) को अपनी 'जन सुराज' पदयात्रा शुरू करने के दौरान उन्होंने कहा था कि बिहार आज भी 1990 के जैसा ही है. बीते 30-40 साल में कुछ नहीं बदला है. इससे पहले प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा था कि नीतीश कुमार कई सालों से सीएम की कुर्सी पर बैठे हैं. इसलिए उन्हें फेविकोल का ब्रांड एम्बेसडर बना देना चाहिए.
ये भी पढ़ें-
'टेररिज्म पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई, पूरी चेन को खत्म किया', जम्मू-कश्मीर में बोले अमित शाह
Telangana: सीएम केसीआर बुधवार को करेंगे राष्ट्रीय पार्टी का एलान, ये हो सकता है नाम