नई दिल्लीः दिल्ली के चांदनी चौक में री-डेवलपमेन्ट प्रोजेक्ट के तहत जिस हनुमान मंदिर को हटाया गया था रातोंरात अचानक वो मंदिर फिर प्रकट हो गया. मंदिर दोबारा किसने बनाया इस सवाल का जवाब कोई नहीं दे पा रहा है. मन्दिर के पुजारी अशोक शर्मा का कहना है कि आम जनता ने इस मंदिर को पुनर्स्थापित किया है किसी राजनीतिक पार्टी ने नहीं किया. रातोंरात मन्दिर कैसे आया ये हमें नहीं पता पब्लिक जानती है.


फिलहाल मंदिर हटाये जाने के वक्त एक दूसरे पर आरोप लगाने वाले राजनीतिक दल अब मंदिर पुनर्स्थापित होने पर भी अपने सियासी दांव पेंच में लगे हुए हैं. मंदिर की दोबारा स्थापना की खबर सुनते ही आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस सभी दलों के नेता चांदनी चौक मंदिर पहुच गए. सब ने हनुमान चालीसा भी पढ़ी और जय श्री राम का उदघोष भी किया.


आज राजनीति का दिन नहीं हैः AAP


शनिवार सुबह करीब 9.30 बजे आम आदमी पार्टी के नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक, चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी के विधायक प्रहलाद साहनी और अन्य नेताओं के साथ हवन पूजन करने मन्दिर पहुंचे. मन्दिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया. ABP न्यूज़ से बात करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा, "यहां पर आकर मन को बड़ी शांति मिली है. भगवान का मंदिर टूट गया था, लेकिन स्थानीय लोगों ने मन्दिर बनाया. आज हम यहां दर्शन करने आये हैं, संकटमोचक से प्रार्थना करेंगे कि पूरी दुनिया का संकट हरें, सबको स्वस्थ और सबको खुशहाल रखें."


मंदिर तोड़े जाने पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी की ओर से एक दूसरे पर लगाये गये आरोप-प्रत्यारोप के सवाल पर दुर्गेश पाठक ने कहा, "आज राजनीति का दिन नहीं है. आज पूजा करने और हनुमान जी से प्रार्थना करने का समय है कि सबको सद्बुद्धि दें. आज तकनीकी चीजों में नहीं जाते. आज हनुमान जी का पुराना मंदिर फिर से स्थापित हुआ है भगवान सबको खुश रखें. हमारी श्रद्धा इस मंदिर के अंदर है और ये रहना चाहिये, हमारी यही प्रार्थना है."


जब भगवान आ गए हैं तो विवाद किस बात का- BJP


बड़ी संख्या में बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का 2 दिन से मन्दिर में आना लगा हुआ है. शनिवार को बीजेपी के चांदनी चौक इलाके के सभी नेता निगम पार्षद भी हनुमान मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे. बीजेपी की महिला कार्यकर्ता भी भजन कीर्तन करने पहुंची. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने AAP के आरोपों पर कहा, "हमारी ओर से आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाए जा रहे थे, यह आम आदमी पार्टी ने किया था. अब जो मंदिर बन गया है तो सबको एक होकर उसका स्वागत करना चाहिए. इसमें कोई राजनीति नहीं देखनी चाहिए. मंदिर ना मैंने बनाया है ना ही आम आदमी पार्टी ने बनाया है. स्थानीय लोगों ने मिलजुल कर जैसे भी हो भगवान को स्थापित कर दिया, अब जब भगवान आ गए हैं तो विवाद किस बात का?"


AAP नेताओं के मंदिर में पूजा पाठ करने पहुंचने पर प्रवीण शंकर ने कहा, "मैं दुर्गेश पाठक का स्वागत करता हूं. मैं तो चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भी यहां पर आएं और पूजा पाठ करें. ये मंदिर चांदनी चौक के लोगों की आस्था का विषय रहा है. भले ही लोग बोल ना रहे हों लेकिन बुरा सबको लग रहा था. चाहे वह व्यापारी हो या यहां की गलियों में रहने वाले लोग, सभी ने मन्दिर स्थापित करने में भूमिका अदा की है. समय आने पर उन लोगों का अभिनंदन भी किया जाएगा. मैं इसे भारतीय जनता पार्टी के चश्मे से देखना नहीं चाहता. इसमें उन लोगों की भूमिका बहुत ज्यादा है जो यहां नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करते थे, कहीं ना कहीं उन्हीं के प्रयासों का फल है कि आज मंदिर बनकर तैयार है. इस पर सब एकमत है मुझे नहीं लगता कि अब किसी को मन्दिर से कोई आपत्ति है.


AAP और BJP ने मिलकर मंदिर तोड़ा थाः कांग्रेस


कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हनुमान मंदिर में पूजा करने पहुंचे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने मंदिर तोड़े जाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ज़िम्मेदार ठहराया. मुदित अग्रवाल ने कहा, "यहां आने की मंशा यही है कि हनुमान जी का इतना प्राचीन मंदिर था उसको तोड़ दिया गया था. हमने कोशिश की थी कि यह मंदिर दोबारा बने क्योंकि आस्था से जुड़ा सवाल था. जब चांदनी चौक का री-डेवलपमेंट हो रहा था तो क्या किसी ने सोचा कि री-डेवलपमेंट का मतलब क्या था? री-डेवलपमेंट का मतलब है चांदनी चौक का सांस्कृतिक री-डेवलपमेंट. आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने मिलकर मंदिर तोड़ा था. केजरीवाल दिल्ली के तो हैं नहीं इसलिए उन्हें चांदनी चौक की संस्कृति के बारे में नहीं पता."


AAP और बीजेपी के आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के वक्त कांग्रेस कहां थी इस सवाल के जवाब में मुदित अग्रवाल ने कहा, "मन्दिर जब तोड़ा जा रहा था तब कांग्रेस ने विशाल प्रदर्शन किया था. तब पुलिस ने हमें गौरी शंकर मंदिर पर रोक दिया, वहीं बैठकर हमने हनुमान चालीसा का पाठ किया था. हम लगातार इस को लेकर संघर्ष करते रहे हैं. हमारी संस्कृति को नष्ट किया जाएगा तो हम लगातार उसके लिए संघर्ष करेंगे. मंदिर को दोनों पार्टियों ने मिलकर तोड़ा. ये दिल्ली सरकार का प्रोजेक्ट है क्या कोर्ट में यह नहीं कह सकते थे कि मंदिर प्रोजेक्ट का हिस्सा होना चाहिए."


स्थानीय लोगों के प्रयास बनकर तैयार हुआ मन्दिर- व्यापारी


सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर मन्दिर रातों रात कैसे स्थापित हुआ. चांदनी चौक के व्यापारी हरिवंश शर्मा का कहना है, "ये मन्दिर सारे स्थानीय लोगों के प्रयास से कब बनकर तैयार हो गया किसी को पता नहीं चला. हमको सुबह पता चला कि यह मंदिर यहां उदय हो गया है. यह मंदिर स्थानीय लोगों के उत्साह का परिणाम है. मंदिर स्थापित होने के बाद हम सब को शांति मिली है. यहां के AAP विधायक प्रह्लाद साहनी पूजा करने आये एक दिन पहले दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता आए थे, बीजेपी के मेयर जय प्रकाश आए थे. सब यहां कर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे हैं, सारे लोगों का इस समय इस मंदिर की स्थापना पर एकमत है. यहां का व्यापारी होने के नाते हमें ये देखकर खुशी मिलती है.


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