नई दिल्ली: भारतीय मानक ब्यूरो की लिस्ट में दिल्ली का पानी सबसे गंदा पाए जाने के बाद राजनीति गर्म है. बीजेपी को केजरीवाल पर हमले का हथियार मिल गया है. आज बीजेपी दिल्ली में चार सौ जगहों पर केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी और पानी के सैंपल जमा कर केजरीवाल को भेजेगी.
बता दें कि जब से पानी को लेकर रिपोर्ट आई है तबसे आम आदमी पार्टी और बीजेपी में जुबानी जंग चल रही है. आम आदमी पार्टी रिपोर्ट पर सवाल उठा रही है लेकिन केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री पासवान कह रहे हैं कि हम हर चुनौती के लिए तैयार हैं.
ट्विटर पर भी आम आदमी पार्टी और बीजेपी में पानी को लेकर जंग चल रही है. कल स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने केजरीवाल को टैग करते हुए ट्वीट किया, ''फ्री पानी के नाम पर दिल्ली की जनता को जहर पिला रहे हैं केजरीवाल. विकास के बड़े बड़े दावे करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार लोगों को साफ पानी तक मुहैया कराने में नाकाम रही है.''
केजरीवाल ने ट्वीटर पर ही हर्षवर्धन को जवाब दिया, ''सर आप तो डॉक्टर हैं आप जानते हैं कि ये रिपोर्ट झूठी है, राजनीति से प्रेरित है. आप जैसे व्यक्ति को ऐसी गंदी राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहिए.''
केजरीवाल BIS की रिपोर्ट को झुठलाने में लगे हैं तो वहीं पानी के मुद्दे पर बीजेपी केजरीवाल सरकार को घेर रही है. दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने वाले हैं इसलिए पानी पर ये पॉलिटिक्स जारी रहेगी.
क्या कहती है सरकार की पीने के पानी पर रिपोर्ट?
केंद्र सरकार ने पीने के पानी की रैंकिंग जारी की है. उसमें 21 शहरों में दिल्ली का पानी सबसे खराब पाया गया है. पानी की शुद्धता की जांच BIS ने की है
दिल्ली में 11 जगहों से पानी के नमूने लिए गए थे, सभी 11 नमूने जांच में फेल हो गए. दिल्ली के पानी के नमूने कुल 19 मानकों पर फेल पाए गए.
पानी की शुद्धता के मामले में नंबर एक पर मुंबई है. मुंबई के सभी 10 सैंपल जांच में खरे पाए गए. दूसरे नंबर पर हैदराबाद और भुवनेश्वर हैं. सबसे खराब पानी के मामले में दिल्ली से ऊपर कोलकाता और चेन्नई है.
पानी की शुद्धता और गुणवत्ता मापने के लिए 10 मानक तय किए गए थे, जैसे पानी में आर्सेनिक जैसे खतरनाक रसायनों की मौजूदगी. इन्हीं 10 मानकों की कसौटी पर रैंकिंग तैयार की गई है. सरकार इस योजना को आगे भी बढ़ाएगी.