बेंगलुरूः देश एक ओर कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है, दूसरी तरफ कर्नाटक में हिंदूवादी नेता सावरकर के नाम पर घमासान मच गया है. दरअसल कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार आज बेंगलुरू में एक फ्लाइओवर का उद्घाटन करने वाली थी. जिसका नाम स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर रखने का फैसला किया गया. लेकिन विपक्षी पार्टियों जेडीएस और कांग्रेस ने इसका विरोध शुरू कर दिया है और इस मुद्दे को क्षेत्रीय अस्मिता से जोड़ दिया है.


विवाद बढ़ता देख कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. वहीं फ्लाईओवर का नाम अभी वीर सावरकर फ्लाईओवर बरकरार है. इसके साथी बिना उद्घाटन किए ही फ्लाईओवर को खोल दिया गया है.


दरअसल जेडीएस और कांग्रेस का कहना है कि बेंगलुरू में फ्लाइओवर का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखना राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है.


सीएम येदुरप्पा ने भले ही अपने कार्यक्रम को रद्द कर दिया हो लेकिन अब इस मुद्दे पर राजनीति जरूर शुरू हो गई है. जहां जेडीएस और कांग्रेस इसे राज्य की अस्मिता का हवाला दे रही है. वहीं बीजेपी अपने इस फैसले को सही ठहरा रही है. बीजेपी का कहना है कि वीर सावरकर रिवॉल्यूशनरी नेता थे. जिन्होंने ब्रिटिश के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्हें काला पानी की सजा तक मिली.


वहीं कांग्रेस का कहना है कि राज्य के भी कई ऐसे बड़े चेहरे हैं जिन्होंने काफी बड़े काम किए हैं. ऐसे में उनके नाम पर फ्लाईओवर का नाम क्यों नहीं रखा जा रहा है. जेडीएस का भी यहीं कहना है कि राज्य में वीर सावरकर के नाम पर फ्लाईओवर की कोई जरूरत नहीं है. राज्य से स्वतंत्रता सेनानी है उनके नाम पर किया जा सकता है.


वीर सावरकर को लेकर अब कर्नाटका में भी राजनीति गरमा गई है. जहां एक फ्लाईओवर का नाम रखने के बाद येदुरप्पा सरकार को विपक्ष घेरने में लगा है.


यह भी पढ़ेंः

'रामायण' के बाद अब 'हनुमान चालीसा' ने बनाया रिकॉर्ड, 1 बिलियन व्यूज पाने वाला पहला भक्ति वीडियो बना