(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ram Mandir: अयोध्या में भूमि पूजन से पहले राजनीति तेज, मोदी सरकार और विपक्ष आमने सामने | बड़ी बातें
पीएम मोदी के इस कार्यक्रम और देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच मोदी सरकार और विपक्ष आमने सामने है. विपक्ष जहां इस कार्यक्रम को सोशल डिस्टेंसिंग के खिलाफ बता रहा है तो दूसरी ओर बीजेपी विपक्ष पर राम मंदिर निर्माण के कार्य में बाधा डालने का आरोप लगा रही है.
नई दिल्ली: आने वाली पांच अगस्त को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे. पीएम मोदी के इस कार्यक्रम और देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच मोदी सरकार और विपक्ष आमने सामने है. विपक्ष जहां इस कार्यक्रम को सोशल डिस्टेंसिंग के खिलाफ बता रहा है तो दूसरी ओर बीजेपी विपक्ष पर राम मंदिर निर्माण के कार्य में बाधा डालने की कोशिश का आरोप लगा रही है. इतना ही नहीं बीजेपी के कई नेताओं ने तो यहां तक कह दिया है कि राम मंदिर के निर्माण से देश से कोरोना खत्म होने लगेगा. जानिए राम मंदिर को लेकर पक्ष और विपक्ष की इस लड़ाई की बड़ी बातें.
कौन-कौन लोग शामिल होंगे?
गौरतलब है कि पीएम मोदी पांच अगस्त को सुबह 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. इसके बाद पहली बार पीएम मोदी रामजन्म भूमि रवाना होंगे. भूमि पूजन के कार्यक्रम में साधु-संतों समेत कुल 200 मेहमान शामिल होंगे. जिन दो सौ महमानों को बुलाया गया है, उनमें से पचास साधु संत, पचास अधिकारी और पचास लोग विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और न्यास के होंगे.
दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण संविधान की भावना के ख़िलाफ़- CPM
पूजन के मुहर्त और पूजन में जुटने वाली भीड़ पर सवाल उठने के बाद अब इसके दूरदर्शन पर सीधे प्रसारण का भी विरोध शुरू हो गया है. केरल से सीपीएम सांसद बिनॉय विश्वम ने सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है. पत्र में विश्वम ने भूमि पूजन का सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर करवाए जाने के फ़ैसले को ग़लत बताते हुए इसका विरोध किया है. विश्वम ने पत्र में प्रसार भारती क़ानून के अनुच्छेद 12 के खंड 2(के) का हवाला देते हुए कहा कि दूरदर्शन का मुख्य उद्देश्य देश की एकता और अखंडता के साथ संविधान की भावना को बनाए रखना है.
AIMIM के सांसद ने भी उठाए पूजन पर सवाल
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लीमीन (AIMIM) के सांसद इम्तियाज जलील ने शुक्रवार को कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन कोविड-19 महामारी को देखते हुए ‘भूमि पूजन’ को टाला जा सकता है. जलील ने आगे कहा कि इस कार्यक्रम के लिए दो घंटे की अनुमति दी जाती है तो सामान्य श्रद्धालुओं को मंदिरों में पूजा करने या मस्जिद में नमाज पढ़ने की अनुमति क्यों नहीं दी जा सकती, जहां बहुत कम समय लगता है.
AAP ने भी उठाए पूजन कार्यक्रम पर सवाल
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय ने कहा कि भूमि पूजन समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोरोना की दूसरी गाइडलाइंस का पालन कराना सरकार और आयोजकों के लिए बड़ी चुनौती होगी. संजय सिंह के मुताबिक कोरोना के मुश्किल दौर में जहां एक तरफ सभी धार्मिक गतिविधियां बंद हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने अपने फायदे वाले किसी भी काम को बंद नहीं किया है. उनका कहना है कि अयोध्या में इन दिनों बड़ी तादात में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद वहां भीड़ जुटाई जा रही है.एनसीपी प्रुमख शरद पवार ने क्या कहा था?
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने कुछ दिन पहले कहा था कि हमें तय करना होगा कि कौन सा काम कितना महत्वपूर्ण है? उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि राम मंदिर बनने से कोरोना खत्म हो जाएगा. उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि सरकार को लॉकडाउन की वजह से हुए नुकसान और कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता करनी चाहिए.
समारोह में रंजन गोगोई को मिले न्यौता- अधीर रंजन
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भूमि पूजन समारोह में देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को आमंत्रित करने की मांग उठाई है. वर्तमान में राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई की अध्यक्षता में ही पिछले साल सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने अयोध्या विवाद में राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था. अधीर रंजन ने कहा कि यदि गोगोई को भूमि पूजन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया तो यह उनके साथ अन्याय होगा.
मंदिर बनते ही देश से कोरोना भाग जाएगा- बीजेपी सांसद
एमपी विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने बड़ा दावा किया था कि राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होते ही, कोरोना का विनाश होने लगेगा. अब राजस्थान की दौसा लोकसभा सीट से सांसद जसकौर मीणा ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया है. जसकोर मीणा का कहना है. हम तो आध्यात्मिक शक्ति के पुजारी हैं. आध्यात्मिक शक्ति के हिसाब से चलते हैं. मंदिर बनते ही कोरोना देश से भाग जाएगा.
विपक्ष को बीजेपी का जवाब
विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने हमला करते हुए कहा की राम जन्म भूमि के भूमि पूजन का इंतजार आज से नहीं, बल्कि सदियों से किया जा रहा था. साथ ही अब जबकि यह तारीख सामने आ गई है और खुद प्रधानमंत्री भूमि पूजन करने के लिए अयोध्या जा रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस अपने इन्हीं मुखौटों और मुखबिरों के सहारे अलग-अलग तरीकों से उस पर सवाल खड़े करवा रही है, जिससे कि किसी भी सूरत में राम जन्मभूमि का भूमिपूजन का कार्यक्रम टल जाए.
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