Raid: CBI, ED, NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी से गरमाई राजनीति, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने, जानिए किसने क्या कहा
Chhattisgarh ED Raid: छत्तीसगढ़ के आधा दर्जन से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के घर पर ईडी का छापा पड़ा है. इस छापेमारी के बाद कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गई है. यहां पढ़ें किसने क्या कहा.
Politics On ED Raid: कांग्रेस नेताओं के घर पर पड़ रहे ईडी के छापे (ED Raid) को लेकर सिसायत गरमा गई है. बीजेपी और कांग्रेस में वार-पलटवार खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक तरफ कांग्रेस (Congress) इसे अडानी के मुद्दे और हताशा से जोड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी (BJP) ने भी तीखा रिएक्शन देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचारी हैं. भ्रष्टाचार करोगे तो ईडी की ही कार्रवाई होगी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी पर तंज कसा है. उनका कहना है कि कांग्रेस के अधिवेशन को बाधित करने और अडानी मामले से ध्यान भटकाने के लिए छत्तीसगढ़ में छापे मारे जा रहे हैं.
दरअसल, रायपुर में कांग्रेस नेताओं के घर पर पड़े ईडी के छापे ने नए सियासी विवाद को जन्म दिया है. कांग्रेस के नेता इस छापेमारी की कार्रवाई को बीजेपी की साजिश बता रहे हैं. सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि छापे जनता का ध्यान भटकाने के लिए किए जा रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि 'छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक सहित मेरे कई साथियों के घरों पर आज ईडी ने छापा मारा है. चार दिनों के बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन है. तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौसले नहीं तोड़े जा सकते.'
छापेमारी से कांग्रेस में रोष
प्रियंका गांधी- कांग्रेस के अधिवेशन को बाधित करने और अडानी मामले से ध्यान भटकाने के लिए छत्तीसगढ़ में छापेमारी की जा रही है. उन्होंने ट्विटर पर कहा, "प्रधानमंत्री के मित्र गौतम अडानी पर शेल कंपनियों के जरिए घपला व अन्य कई गंभीर आरोप लगे, लेकिन क्या आपको कोई भी एजेंसी इसकी जांच करते दिखी?" कांग्रेस अधिवेशन में अड़ंगा डालने और पीएम मोदी और उनके मित्र के बीच की सांठगांठ पर उठ रही आवाजों पर एजेंसियां लगा दी गई हैं.
सीएम भूपेश बघेल- यह महज 'भारत जोड़ो यात्रा' की सफलता से और अडानी की सच्चाई खुलने से बीजेपी हताश है और यह छापा ध्यान भटकाने का प्रयास है. उन्होंने दावा किया कि देश सच जानता है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे. यह कुछ दिनों के बाद रायपुर में कांग्रेस के महाधिवेशन की तैयारियों में लगे साथियों को रोककर हमारे हौसले तोड़ने की कोशिश है लेकिन ऐसा होगा नहीं.
जयराम रमेश- कांग्रेस के 85वें अधिवेशन से पहले नेताओं पर हुई ईडी की छापेमारी प्रतिशोध और उत्पीड़न की राजनीति की मिसाल है. छत्तीसगढ़ में हमारी पार्टी पर ईडी की कार्रवाई से हम बेफिक्र हैं. इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट कर फिर से राहुल गांधी के लोकसभा में पूछे गए पीएम मोदी से अडानी मुद्दे को लेकर तीन सवाल उठाए.
पवन खेड़ा- सिर्फ राजनीतिक दलों की बात करें तो 95 फीसदी छापे केवल विपक्ष के नेताओं पर मारे गए हैं. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से से पूछताछ की गई. अब हमारा अधिवेशन होने वाला है तो छत्तीसगढ़ में छापेमारी शुरू हो गई है. ईडी का मतलब इलीमिनेटिंग डेमोक्रेसी (लोकतंत्र को खत्म कर रही) हो गया है. केंद्र सरकार ने परिभाषाएं और परंपराएं बदल दी हैं.
बीजेपी का पलटवार
रमन सिंह- पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा के छत्तीसगढ़ अध्यक्ष अरुण साव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कांग्रेस पर कई तरह के सवाल उठाए. रमन सिंह ने कांग्रेस को भ्रष्टाचारी बताते हुए पूछा कि 4 साल भ्रष्टाचार करोगे तो ईडी नहीं आएगी तो क्या भारत रत्न का आमंत्रण आएगा. ईडी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी कार्रवाई लगातार कर रही है. इसमें भाजपा और कांग्रेस की बात कहां से आ गई.
किन नेताओं के घर पर पड़े ईडी रेड?
कांग्रेस के प्रदेश कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस सीनियर प्रवक्ता आरपी सिंह, विनोद तिवारी, विधायक देवेंद्र यादव और सनी अग्रवाल के घर पर ईडी की रेड पड़ी है. कांग्रेस के सीनियर प्रवक्ता आरपी सिंह (RP Singh) को ईडी ने हिरासत में ले लिया है. इस दौरान कांग्रेसियों की और ईडी की जमकर बहस भी हुई.
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