नई दिल्ली: 48 दिनों बाद चांद पर पहुंचेगा हिंदुस्तान, कल देश के बेहद काबिल वैज्ञानिकों टीम ने कामयाबी के साथ चंद्रयान 2 को लॉन्च किया. सोमवार दोपहर को तय वक्त पर चंद्रयान 2 अपने मिशन पर रवाना हुआ और कामयाबी के साथ कुछ ही मिनटों बाद पृथ्वी की कक्षा में पहुंच गया. चंद्रयान 2 के चांद पर उतरने के साथ ही ऐसा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. वैज्ञानिकों की कामयाबी पर देश को गर्व है लेकिन देश के सियासतदां इस कामयाबी की क्रेडिट लेने के लिए आपस में भिड़ रहे हैं.
कांग्रेस ने चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण के फौरन बाद ट्वीटर पर याद दिलाया कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसरो की नींव रखी थी. भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि सभी भारतीय नागरिकों को गौरवान्वित करने वाली इस उपलब्धि पर राजनीति करना दुखद है. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ''चंद्रयान2 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो टीम को बधाई.'' कांग्रेस ने आगे लिखा, ''यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के उस दूरदर्शी कदम को याद करने का समय है जिसके तहत 1962 में आईएनसीओएसपीएआर के जरिये अंतरिक्ष अनुसंधान का वित्तपोषण हुआ था जो कि बाद में इसरो बना.''
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के मशहूर 'ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी' भाषण का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ''भारत की 'ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी' चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण के साथ जारी है. ये वो निर्णायक क्षण हैं जो हमें एक महान देश बनाते हैं.'' उन्होंने कहा, ''इसरो के सभी वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष इंजीनियरों को बधाई जिन्होंने 130 करोड़ भारतीयों को गौरवान्वित करने के लिए दिन-रात मेहनत की.''
बीजेपी की ओर से इसका जवाब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्विटर पर तंज करके दिया. गिरिराज सिंह ने लिखा, ''देश को याद दिलाने का सही समय है, चांद की खोज भी कांग्रेस ने ही की थी.'' हालांकि बाद में गिरिराज सिंह ने अपना ट्वीट डिलीट भी कर दिया. इसके बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा मैदान में आए और कहा कि ऐसी कामयाबी को राजनीति के दायरे में लाना गलत है. संबित पात्रा ने कहा, ''यह बहुद दुखद है. यह हर भारतीय के लिए गौरव का क्षण है और इसे राजनीति दायरे में नहीं लाना चाहिए.''उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ''जब भविष्य में कोई नेतृत्व नहीं दिखाई देता तो अपने आप को प्रासंगिक रखने के लिए अतीत में झांकने का चलन है. दुखद है कि कांग्रेस के साथ यही हो रहा है.''
नासा ने 'चंद्रयान-2' के सफल लॉन्चिंग पर इसरो को दी बधाई
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोमवार को अपनी समकक्ष भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो को चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई देते हुए कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले भारत के इस मिशन में हासिल की जाने वाली जानकारियों को जानने के लिए वह उत्सुक हैं. नासा ने ट्वीट कर बधाई देते हुए कहा, '' चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई. हमारे ' डीप स्पेस नेटवर्क' के इस्तेमाल वाले आपके मिशन का समर्थन कर हमें गर्व की अनुभूति हो रही है और हम यह जानने की प्रतीक्षा में हैं कि आप चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में क्या जानकारियां जुटाते हैं, जहां हम आने वाले कुछ वर्षों में आर्टेमिस मिशन के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजेंगे.''
सोमवार को भारत ने अपने दूसरे चंद्र मिशन 'चंद्रयान-2' को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया. 'बाहुबली' नाम के सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी-मार्क-एम 1 ने प्रक्षेपण के करीब 16 मिनट बाद यान को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया. मिशन के तहत चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में रोवर उतारकर अन्वेषण और अध्ययन किया जाएगा. रोवर की सात सितंबर को 'सॉफ्ट लैंडिंग' कराए जाने की योजना है.